बरेली: जिले में बुधवार को एंटी करप्शन की टीम ने एक किसान की शिकायत पर रिश्वत लेते हुए लेखपाल को रंगे हाथ पकड़ लिया. औपचारिक कार्रवाई पूरी करने के बाद आरोपी लेखपाल को जेल भेज दिया गया है.
बहेड़ी तहसील के गांव हथमना निवासी किसान दलजीत सिंह की गेहूं की फसल ओलावृष्टि में तवाह हो गई थी. किसान से फसल की क्षति के आकलन की रिपोर्ट लगाने के एवज में लेखपाल धर्मेंद्र सिंह ने मुआवजे की राशि का 1/3 तीन हिस्सा रिश्वत में तय किया था. किसान को मुआवजे में 30 हजार रुपए शासन से मिले थे. जिसमें से लेखपाल धर्मेंद्र सिंह दस हजार रुपए मांग रहा था. रुपए न देने पर लिखा पढ़ी के माध्यम से क्षति पहुंचाने की धमकी दे रहा था.
इस बात की किसान दलजीत सिंह ने चार अप्रैल को पुलिस उपाधीक्षक एंटी करप्शन से लिखित शिकायत की थी. इसके बाद पुलिस उपाधीक्षक ने आवश्यक औपचारिकताएं पूर्ण करने के वाद टीम का गठन निरीक्षक रामलाल पांडेय के नेतृत्व मे किया गया. इस पर एंटी करप्शन की टीम ने किसान को पाउडर लगाकर पैसे दिए थे. यहीं पैसे किसान ने लेखपाल को दे दिए. इसी दौरान एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत लेते घूसखोर लेखपाल को बहेड़ी के एक ढाबे के पास से रंगे हाथ पकड़ लिया. जिसके बाद लेखपाल के खिलाफ बुधवार को भोजीपुरा थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया गया. इसके बाद आरोपी लेखपाल को जेल भेज दिया गया.
टीम में मुख्य आरक्षी मोहम्मद इमरान, प्रमोद कुमार वर्मा, अवनीत कुमार, आरक्षी पवन कुमार, सरकारी कार चालक हरिकेश सिंह व गवाह के तौर पर जिलाधिकारी ने प्रशासनिक टीम का गठन कर भेजा. जिसमें जिला विकास अधिकारी बरेली डीएम कार्यालय के वरिष्ठ सहायक विशाल आनंद व नरेन्द्र कुमार लोधी शामिल थे.
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