ETV Bharat / state

तीसरी लहर से पूर्व स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, सीरो सर्विलांस से लगाया जा रहा एंटीबॉडी का पता

बरेली जिला प्रशासन ने कोविड-19 की तीसरी लहर के आने से पहले ही पूरी तैयारी कर ली है. जिले में सीरो सर्विलांस (sero-surveillance) के जरिए लोगों में एंटीबॉडी का पता लगाया जा रहा है.

author img

By

Published : Jun 6, 2021, 4:58 PM IST

एंटीबॉडी जांच
एंटीबॉडी जांच

बरेली: वैश्विक महामारी कोरोना की तीसरी लहर को लेकर प्रदेश सरकार के निर्देश के तहत सीरो सर्विलांस (sero-surveillance) के जरिए लोगों में एंटीबॉडी का पता लगाया जाएगा. इसके लिए फुलप्रूफ प्लान तैयार किया गया है. बरेली में इसकी शुरुआत शुक्रवार से हो चुकी है, जबकि मंडल के बाकी जिलों में 9 जून से होगी.


अलग-अलग जगहों से लिए जाएंगे सैंपल

बरेली जनपद में शुक्रवार से अलग-अलग जगहों पर लोगों में एंटीबॉडी बनने का प्रतिशत जाना जाएगा. सैंपल कलेक्ट किए जाने के लिए टीमों को प्रशिक्षित भी पूर्व में ही कर दिया गया है. सीरो सर्विलांस के जरिए लोगों की इम्युनिटी जांच की जा रही है. ब्लड सैंपल लेकर सीरो सर्विलांस से ये पता लगाया जाएगा कि कोरोना की दूसरी लहर तक लोगों में एंटीबॉडी बनने का स्तर क्या है.

सीरो सर्विलांस से लगाया जा रहा एंटीबॉडी का पता

सरकार महामारी से बचाव के लिए कर रही यह काम

मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डॉक्टर अखिलेश्वर ने बताया कि एंटीबॉडी टेस्ट के लिए शासन से निर्देश मिले हैं. यह तीसरी लहर से पहले की वो तैयारी है, जिसमें ये जानने की कोशिश की जाएगी कि आखिर लोगों में दूसरी लहर के बाद एंटीबॉडी का क्या स्तर है ? डॉक्टर अखिलेश्वर के मुताबिक, भारत सरकार ये जानना चाहती है कि लोगों में कितने प्रतिशत एंटीबॉडी है और कितने प्रतिशत इंफेक्शन कम्युनिटी में है. उन्होंने कहा कि ऐसी जगहों को चिन्हित करके जहां अभी इंफेक्शन कम है, वहां वैक्सीनेशन के प्रोग्राम वृहद स्तर पर प्राथमिकता से चलाए जा सकेंगे.

लोगों में एंटीबॉडी का पता लगाया जा रहा
लोगों में एंटीबॉडी का पता लगाया जा रहा

अलग-अलग टीमें लेंगी लोगों के सैंपल

मंडलीय सर्विलांस अधिकारी ने कहा कि कोविड की तीसरी लहर को लेकर मुख्य रूप से तीन मकसद हैं. एंटीबॉडी देखना, इंफेक्शन को देखना और ये देखना की कौन से ऐसे एरिया हैं, जहां कोरोना की तीसरी लहर का अधिक प्रभाव हो सकता है, ताकि वहां समय रहते सभी आवश्यक कदम उठाए जा सकें.

सीरो सर्विलांस से लगाया जा रहा एंटीबॉडी का पता
सीरो सर्विलांस से लगाया जा रहा एंटीबॉडी का पता

31 जगहों पर सैंपल कलेक्शन का लक्ष्य

बरेली में जिन 31 जगहों पर सीरो सर्विलांस के जरिए एंटीबॉडी चेक करने के लिए सैंपल लिए जाने हैं, उनमें से 20 जगह ग्रामीण क्षेत्र की हैं. 11 चिन्हित स्थान अर्बन क्षेत्र के हैं. मंडलीय सर्विलांस अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक जगह से 24 सैंपल लेने हैं. यानी 744 सैंपल प्रत्येक जनपद से राज्य को भेजे जाएंगे. खास बात ये है कि जो पूर्व में कोरोना से ग्रसित रहे हैं, उनका भी एंटीबॉडी परखा जाएगा. साथ ही जिन्हें कोविड नहीं हुआ, उनका भी सैंपल लिया जाएगा. कुल मिलाकर अलग-अलग स्थानों से हर उम्र के लोगों के सैंपल लिए जाने हैं.

कोविड के तीसरे लहर की तैयारी पूरी
कोविड के तीसरे लहर की तैयारी पूरी

अन्य जिलों में 9-11 जून तक सैंपल कलेक्शन

वेस्टर्न यूपी के जिलों से मेरठ मेडिकल कॉलेज में सभी सैंपल भेजे जाएंगे. जबकि सेंट्रल यूपी के जनपदों से लिए गए सैंपल केजीएमसी की लैब माकन भेजे जाएंगे. बरेली में 4 जून से 6 जून तक एंटीबॉडी जांच के लिए सैंपल कलेक्शन जारी है. जबकि बरेली मंडल के अन्य जिलों में 9 जून से 11 जून तक सैंपल लिए जाएंगे.

इसे भी पढे़ं- varanasi : डाक विभाग की पहल, अब स्पीड पोस्ट से गंगा में प्रवाहित होंगी अस्थियां

बरेली: वैश्विक महामारी कोरोना की तीसरी लहर को लेकर प्रदेश सरकार के निर्देश के तहत सीरो सर्विलांस (sero-surveillance) के जरिए लोगों में एंटीबॉडी का पता लगाया जाएगा. इसके लिए फुलप्रूफ प्लान तैयार किया गया है. बरेली में इसकी शुरुआत शुक्रवार से हो चुकी है, जबकि मंडल के बाकी जिलों में 9 जून से होगी.


अलग-अलग जगहों से लिए जाएंगे सैंपल

बरेली जनपद में शुक्रवार से अलग-अलग जगहों पर लोगों में एंटीबॉडी बनने का प्रतिशत जाना जाएगा. सैंपल कलेक्ट किए जाने के लिए टीमों को प्रशिक्षित भी पूर्व में ही कर दिया गया है. सीरो सर्विलांस के जरिए लोगों की इम्युनिटी जांच की जा रही है. ब्लड सैंपल लेकर सीरो सर्विलांस से ये पता लगाया जाएगा कि कोरोना की दूसरी लहर तक लोगों में एंटीबॉडी बनने का स्तर क्या है.

सीरो सर्विलांस से लगाया जा रहा एंटीबॉडी का पता

सरकार महामारी से बचाव के लिए कर रही यह काम

मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डॉक्टर अखिलेश्वर ने बताया कि एंटीबॉडी टेस्ट के लिए शासन से निर्देश मिले हैं. यह तीसरी लहर से पहले की वो तैयारी है, जिसमें ये जानने की कोशिश की जाएगी कि आखिर लोगों में दूसरी लहर के बाद एंटीबॉडी का क्या स्तर है ? डॉक्टर अखिलेश्वर के मुताबिक, भारत सरकार ये जानना चाहती है कि लोगों में कितने प्रतिशत एंटीबॉडी है और कितने प्रतिशत इंफेक्शन कम्युनिटी में है. उन्होंने कहा कि ऐसी जगहों को चिन्हित करके जहां अभी इंफेक्शन कम है, वहां वैक्सीनेशन के प्रोग्राम वृहद स्तर पर प्राथमिकता से चलाए जा सकेंगे.

लोगों में एंटीबॉडी का पता लगाया जा रहा
लोगों में एंटीबॉडी का पता लगाया जा रहा

अलग-अलग टीमें लेंगी लोगों के सैंपल

मंडलीय सर्विलांस अधिकारी ने कहा कि कोविड की तीसरी लहर को लेकर मुख्य रूप से तीन मकसद हैं. एंटीबॉडी देखना, इंफेक्शन को देखना और ये देखना की कौन से ऐसे एरिया हैं, जहां कोरोना की तीसरी लहर का अधिक प्रभाव हो सकता है, ताकि वहां समय रहते सभी आवश्यक कदम उठाए जा सकें.

सीरो सर्विलांस से लगाया जा रहा एंटीबॉडी का पता
सीरो सर्विलांस से लगाया जा रहा एंटीबॉडी का पता

31 जगहों पर सैंपल कलेक्शन का लक्ष्य

बरेली में जिन 31 जगहों पर सीरो सर्विलांस के जरिए एंटीबॉडी चेक करने के लिए सैंपल लिए जाने हैं, उनमें से 20 जगह ग्रामीण क्षेत्र की हैं. 11 चिन्हित स्थान अर्बन क्षेत्र के हैं. मंडलीय सर्विलांस अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक जगह से 24 सैंपल लेने हैं. यानी 744 सैंपल प्रत्येक जनपद से राज्य को भेजे जाएंगे. खास बात ये है कि जो पूर्व में कोरोना से ग्रसित रहे हैं, उनका भी एंटीबॉडी परखा जाएगा. साथ ही जिन्हें कोविड नहीं हुआ, उनका भी सैंपल लिया जाएगा. कुल मिलाकर अलग-अलग स्थानों से हर उम्र के लोगों के सैंपल लिए जाने हैं.

कोविड के तीसरे लहर की तैयारी पूरी
कोविड के तीसरे लहर की तैयारी पूरी

अन्य जिलों में 9-11 जून तक सैंपल कलेक्शन

वेस्टर्न यूपी के जिलों से मेरठ मेडिकल कॉलेज में सभी सैंपल भेजे जाएंगे. जबकि सेंट्रल यूपी के जनपदों से लिए गए सैंपल केजीएमसी की लैब माकन भेजे जाएंगे. बरेली में 4 जून से 6 जून तक एंटीबॉडी जांच के लिए सैंपल कलेक्शन जारी है. जबकि बरेली मंडल के अन्य जिलों में 9 जून से 11 जून तक सैंपल लिए जाएंगे.

इसे भी पढे़ं- varanasi : डाक विभाग की पहल, अब स्पीड पोस्ट से गंगा में प्रवाहित होंगी अस्थियां

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.