बरेली: मुख्यमंत्री के आदेश के बाद जिले में बन रहे तीन सौ बेड के हॉस्पिटल को तैयार कर लिया गया है. कोरोना संक्रमण काल में तीन सौ बेड का अस्पताल पूरी तरह बनकर तैयार है. मुख्यमंत्री और बरेली प्रशासन की पहल रंग लाई है, जिसके बाद कोरोना काल के बीच इस अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने की उम्मीद है. हाल ही में आईएमए से आग्रह किया गया था कि प्राइवेट डॉक्टर भी इस तीन सौ बेड वाले कोविड हॉस्पिटल में अपनी सेवाएं दें. शुक्रवार को आईएमए की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 180 डॉक्टर तीन सौ बेड के हॉस्पिटल में फ्री ऑफ कॉस्ट अपनी सेवाएं देंगे, जिससे मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सके.
जिले में कोविड-19 के कई ऐसे मरीज हैं जो लंबे समय से गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं, उनका इलाज अब सरकारी डॉक्टर्स के साथ ही प्राइवेट डॉक्टर्स भी करेंगे. स्वास्थ्य विभाग और आईएमए के सहयोग से शहर के 180 डॉक्टरों की समिति बनाई है, जो तीन सौ बेड वाले सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में बनाए जा रहे कोविड एल-टू व थ्री अस्पताल में अपनी सेवाएं देंगे.
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले के ऐसे डॉक्टरों को समिति में शामिल किया गया है, जो कि आईसीयू एक्सपर्ट हैं. वहीं इस समिति में फिजीशियन, सर्जन, बाल रोग विशेषज्ञ समेत अन्य स्पेशलिट भी होंगे. इस अस्पताल में ऐसे मरीजों का भी इलाज किया जाएगा, जो प्राइवेट डॉक्टर से अपना इलाज नहीं करा सकते. साथ ही अब कोरोना मरीजों को भी ये स्पेशलिस्ट डॉक्टर से बेहतर इलाज मिलेगा. अभी तक निजी मेडिकल कॉलेज में कोविड एल-टू व थ्री अस्पताल बनाकर कोरोना संक्रमितों का इलाज किया जा रहा है. ऐसे में तीन सौ बेड वाला हॉस्पिटल शुरू होने से काफी हद तक इस समस्या से निदान मिलेगा.
बरेली में 300 बेड का हॉस्पिटल तैयार, निजी डॉक्टर भी करेंगे कोरोना का इलाज
कोरोना काल के बीच यूपी के बरेली जिले में तीन सौ बेड का अस्पताल बनकर तैयार हो गया है. तीन सौ बेड की क्षमता वाले इस अस्पताल में कोविड-19 मरीजों का बेहतर तरीके से इलाज किया जाएगा.
बरेली: मुख्यमंत्री के आदेश के बाद जिले में बन रहे तीन सौ बेड के हॉस्पिटल को तैयार कर लिया गया है. कोरोना संक्रमण काल में तीन सौ बेड का अस्पताल पूरी तरह बनकर तैयार है. मुख्यमंत्री और बरेली प्रशासन की पहल रंग लाई है, जिसके बाद कोरोना काल के बीच इस अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने की उम्मीद है. हाल ही में आईएमए से आग्रह किया गया था कि प्राइवेट डॉक्टर भी इस तीन सौ बेड वाले कोविड हॉस्पिटल में अपनी सेवाएं दें. शुक्रवार को आईएमए की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 180 डॉक्टर तीन सौ बेड के हॉस्पिटल में फ्री ऑफ कॉस्ट अपनी सेवाएं देंगे, जिससे मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सके.
जिले में कोविड-19 के कई ऐसे मरीज हैं जो लंबे समय से गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं, उनका इलाज अब सरकारी डॉक्टर्स के साथ ही प्राइवेट डॉक्टर्स भी करेंगे. स्वास्थ्य विभाग और आईएमए के सहयोग से शहर के 180 डॉक्टरों की समिति बनाई है, जो तीन सौ बेड वाले सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में बनाए जा रहे कोविड एल-टू व थ्री अस्पताल में अपनी सेवाएं देंगे.
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले के ऐसे डॉक्टरों को समिति में शामिल किया गया है, जो कि आईसीयू एक्सपर्ट हैं. वहीं इस समिति में फिजीशियन, सर्जन, बाल रोग विशेषज्ञ समेत अन्य स्पेशलिट भी होंगे. इस अस्पताल में ऐसे मरीजों का भी इलाज किया जाएगा, जो प्राइवेट डॉक्टर से अपना इलाज नहीं करा सकते. साथ ही अब कोरोना मरीजों को भी ये स्पेशलिस्ट डॉक्टर से बेहतर इलाज मिलेगा. अभी तक निजी मेडिकल कॉलेज में कोविड एल-टू व थ्री अस्पताल बनाकर कोरोना संक्रमितों का इलाज किया जा रहा है. ऐसे में तीन सौ बेड वाला हॉस्पिटल शुरू होने से काफी हद तक इस समस्या से निदान मिलेगा.