बाराबंकी: यूपी के तमाम जिलों में कछुओं की तस्करी के तमाम मामले सामने आ चुके हैं. लेकिन बाराबंकी पुलिस ने कछुओं के मांस की तस्करी करने वाले एक गिरोह का खुलासा किया है. इनके कब्जे से सवा कुंतल कछुए का मांस बरामद किया गया है. पहली बार इस तरह की हो रही तस्करी के खुलासे ने वाइल्डलाइफ, क्राइम ब्यूरो और टर्टल सर्वाइवल एलाइएन्स से जुड़े अधिकारियों में हड़कम्प मचा दिया है.
मामले को लेकर जिसके बाद केंद्रीय एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं. पुलिस अधीक्षक ने इस नए ढंग की तस्करी से दिल्ली स्थित वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो के हेड क्वार्टर को सूचित किया है. माना जा रहा है कि जल्द ही इसके लिए तमाम एजेंसियों को एलर्ट जारी किया जाएगा.
बाराबंकी में कछुए के मांस की तस्करी का अनोखा मामला
पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में लोनिकटरा पुलिस ने खास इंफार्मेशन के आधार पर सोमवार को रायबरेली से बाराबंकी की ओर आ रही एक हाफ डाला को रोका. गाड़ी में आधा दर्जन लोग सवार थे. गाड़ी में चार बड़े बड़े थर्माकोल के डिब्बे रखे थे. गाड़ी में लदे माल की बाबत पूछताछ करने पर उसमें बैठे गुड्डू नामक युवक ने बताया कि थर्माकोल के इन डिब्बो में बर्फ के बीच कछुए का मांस रखा है. इसे छिपाने के लिए ऊपर से कुछ मछलियां रख दी गई थीं. पूछने और वजन करने पर सवा किलो कछुए का मांस बरामद हुआ. इसके अलावा एक झोले में दो हथौड़ी,6 छेनी और एक पेंचकस भी बरामद हुआ. गाड़ी में सवार युवकों ने बताया कि वे इनकी तस्करी कर पीलीभीत और उत्तराखंड ले जा रहे थे.
कहां के रहने वाले है तस्कर
रामानंद भगत पुत्र जतिन भगत , निवासी कनकपुर,थाना किच्छा जनपद उधमसिंह नगर ,उत्तराखंडगुड्डू पुत्र नत्थू ,निवासी ग्राम सेमरी, थाना खीरों ,जनपद रायबरेली विशाल पुत्र अनोखे लाल ,निवासी बाबू खेड़ा, थाना पीजीआई ,जनपद लखनऊ राकेश पुत्र बुलाकी ,निवासी बाबू खेड़ा ,थाना पीजीआई ,जनपद लखनऊ कमलेश पुत्र छबीला ,निवासी बर्मन खेड़ा सेमरी, थाना खीरों ,जनपद रायबरेली सलमान पुत्र मोहम्मद अहमद ,निवासी बरौली, थाना पीजीआई ,जनपद लखनऊ.
कहां सप्लाई होता था माल
तस्करी का मास्टरमाइंड रामा नंद भगत मूलरूप से बंगाल का रहने वाला है. इसका सम्पर्क उधमसिंह नगर,पीलीभीत और आसपास के जनपदों की बंगाली बस्तियों में है, जहां कछुए के मीट की बहुत डिमांड रहती है. पीलीभीत में प्यूरिया,टांडा,जोशी कालोनी,माला नौजरिया,लग्गा भग्गा,चंदिया और हजारा समेत तमाम बंगाली बस्तियों में इसके सम्पर्क हैं, जहां इस माल की तुरंत खपत हो जाती है. दूसरे अभियुक्त गुड्डू ने बताया कि वो स्थानीय मल्लाहों से कछुए का शिकार कराता है और कछुए के मांस के टुकड़े कर बर्फ में रखकर पैक करता है. गुड्डू ने बताया कि इस कारोबार में उसके बहुत से साथी हैं. फिलहाल पहली बार इस तरीके की तस्करी को लेकर पुलिस सतर्क हो गई है. साथ ही इस धंधे से जुड़े लोगों की तलाश में जुट गई है.