बाराबंकीः सड़कों पर मवेशियों को खुला छोड़ने के मामले में लापरवाह पशुपालकों के खिलाफ नगर पालिका मुकदमा दर्ज करेगा. अभी हाल ही में नगरपालिका प्रशासन ने ऐसे 4 लोगों के खिलाफ नगर कोतवाली में 289 आईपीसी और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 11(1) के तहत मुकदमा दर्ज कराया है. नगरपालिका द्वारा की जा रही कार्रवाई से लापरवाह पशुपालकों में हड़कंप मचा हुआ है.
सड़कों पर आवारा घूम रहे 88 गोवंश आश्रयस्थल पहुंचाए गए. पिछले काफी अरसे से छुट्टा जानवरों से नगरवासी परेशान थे. सड़कों पर आवारा घूमते इन गोवंशों से लोग चोटिल हो रहे थे. इसके साथ ही इनके चलते आवागमन भी बाधित हो रहा था. इस परेशानी को नगर पालिका प्रशासन ने महसूस किया और बीते 27 अगस्त से अभियान छेड़ दिया. नगरपालिका की टीम मुहल्ले-मुहल्ले जाकर सड़कों पर विचरण कर रहे गोवंशों को अपनी गाड़ी में लादकर उन्हें मंझलेपुर स्थित गोआश्रय स्थल में पहुंचाने लगे. अबतक 88 गोवंशों जिसमें गाय और सांड भी शामिल हैं. उनको गोआश्रय स्थल पहुंचाया गया. नगरपालिका प्रशासन की इस कार्रवाई से लापरवाह पशुपालकों में हड़कंप मचा है.
दरअसल पशुपालक अपने जानवरों को छुट्टा छोड़ दे रहे हैं. इसपर नगर पालिका प्रशासन खासा गम्भीर है. लिहाजा उनसे जुर्माना वसूलने की भी रणनीति बनाई है. इसके अलावा जो गोवंश निराश्रित हैं, उनको गोआश्रय स्थल भेजा जा रहा है.
पकड़े गए गोवंशों को छुड़ाने पहुंचे तीन गोवंश स्वामियों से नगर पालिका प्रशासन ने जुर्माना वसूला. इनमें आवास विकास के पूरे मोती निवासी शिवबालक यादव, यहीं के सुरेश यादव और अनिल मिश्रा से अलग-अलग 2800 रुपये जुर्माना लगाया गया. इसके साथ ही इनसे भविष्य में छुट्टा जानवर छोड़ने पर उनके खिलाफ कार्रवाई किये जाने का शपथपत्र भी लिया गया.
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अधिशासी अधिकारी नगरपालिका पवन कुमार ने बताया कि ये अभियान लगातार चलाया जाएगा. छुट्टा जानवर पकड़े जाने पर उनके स्वामियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. अब तक तीन नामजद और एक अज्ञात कुल 4 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है.