बाराबंकी : जिले के सीडीओ ने पर्यावरण बचाने के लिए एक अनोखी पहल शुरू की है. जिसके तहत के विकास भवन कार्यालय और आसपास के क्षेत्र जल्द ही सोलर लाइट से जगमग नजर आएंगे और इसके लिए विकास भवन की छत पर सोलर पैनलों का जाल बनाया जा रहा है. इन सोलर पैनल से 59 किलोवाट बिजली का उत्पादन होगा. इससे न केवल ऊर्जा का संरक्षण होगा बल्कि पर्यावरण के अनुकूल हरित ऊर्जा का उत्पादन भी होगा.
दिनोंदिन बढ़ रहे प्रदूषण को काबू में करने के लिए बाराबंकी की मुख्य विकास अधिकारी ने नई पहल की है. सीडीओ मेधा रूपम ने विकास भवन की छत पर सोलर पैनल लगवाने शुरू किए हैं. सीडीओ का मानना है कि पर्यावरण को सुरक्षित रखने की हम सबकी जिम्मेदारी है. वहीं हम जब भी जीवाश्म ईंधन का प्रयोग करते हैं तो वायु प्रदूषण बढ़ जाता है. इस प्रदूषण को रोकने के लिए सोलर एनर्जी का प्रयोग बहुत जरूरी है. वहीं विकास भवन में सोलर प्लांट लग जाने से न केवल यहां के कार्यालयों को पर्याप्त बिजली मिलेगी बल्कि आसपास के क्षेत्रों को भी बिजली दी जा सकेगी.
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वहीं जिले का नेडा विभाग सिस्टम को तैयार कर रहा है. साथ ही विकास भवन में 71 केवीए का सेंक्शन लोड था, जिसके लिए 57 किलोवाट का रूफटॉप प्लांट लगाया जा रहा है. साथ ही इसमें 173 सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं, जो रोजाना चार से साढ़े चार यूनिट प्रति किलोवाट बिजली का उत्पादन करेंगे. वहीं यह ग्रिड कनेक्टेड सिस्टम होगा जो बिजली बनाकर इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड को देगा और जरूरत के हिसाब से विकास भवन एनर्जी खर्च करेगा. इससे बिजली का खर्च बचेगा. साथ ही 5 से 6 सालों में इस सिस्टम पर लगाया गया खर्च भी निकल आएगा.