बाराबंकीः जिले में वृद्ध महिलाओं की हत्या करने वाले सीरियल किलर को शनिवार को बाराबंकी की रामसनेही घाट पुलिस ने अदालत में पेश कर उसका रिमांड कराया. बाराबंकी की दो अदालतों द्वारा आरोपी को रिमांड पर तलब किया गया था, जिसे रामसनेही घाट पुलिस ने अयोध्या जेल से लाकर सीजेएम कोर्ट और एसीजेएम कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किया. कोर्ट ने पर्याप्त अभिलेखीय साक्ष्यों के आधार पर आरोपी को 14 दिन के रिमांड पर न्यायिक अभिरक्षा में ले लिया गया.
बाराबंकी में वृद्ध महिलाओं की हत्या करने वाले आरोपी अमरेंद्र को 23 जनवरी को अयोध्या जिले के मवई थाने के हुनहुना गांव में ग्रामीणों ने दबोच कर पुलिस के हवाले कर दिया था. इसके बाद से वह अयोध्या जेल में है. आरोपी अमरेंद्र के ऊपर रामसनेही घाट थाना क्षेत्र में दो हत्याएं करने और हत्या करने के मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें कोर्ट द्वारा उसे तलब किया गया था.
क्या था पूरा मामला?
दरअसल, 30 दिसंबर 2022 को रामसनेही घाट थाना क्षेत्र के ठठेरहा गांव में एक वृद्ध महिला का शव पाया गया था. जांच पड़ताल शुरू हुई, तो ऐसी ही दो और वारदातों की जानकारी हुई. इसके बाद पूरे इलाके में सीरियल किलर का खौफ हो गया. महिलाओं का घर से अकेले निकलना मुश्किल हो गया. इस सीरियल किलर की तलाश के लिए पुलिस ने गांव-गांव और जंगल-जंगल खाक छानी. गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपये का इनाम रखा और गांव-गांव पोस्टर लगवाए. इसकी गिरफ्तारी को लेकर तीन सीओ और कई इंस्पेक्टर, एसओजी टीमों को लगाया गया था. बीते महीने 23 जनवरी को ये किलर जब अयोध्या जिले के हुनहुना गांव में एक महिला को अपना निशाना बना रहा था, तभी ग्रामीणों ने इसे धर दबोचा और पुलिस के हवाले कर दिया था.
कौन है ये किलर?
बाराबंकी जिले के असंदरा थाना क्षेत्र के सड़वा भेलू गांव के रहने वाले सालिकराम रावत के घर तकरीबन 20 वर्ष पहले एक पुत्र का जन्म हुआ. बच्चा जब छोटा था, तभी पत्नी का स्वर्गवास हो गया था. बचपन मे ही मां का प्यार बच्चे को नहीं मिला. सालिकराम ने दूसरी शादी कर ली शायद बच्चे को सौतेली मां में अपनी मां की तस्वीर नजर नहीं आई. घर के करीब स्कूल होने के बाद भी बच्चा अमरेंद्र कभी स्कूल नहीं गया.
कुछ वर्षों बाद एक बेटा और एक बेटी को जन्म देकर सालिकराम की दूसरी पत्नी भी स्वर्ग सिधार गई. इसके बाद सालिकराम ने तीसरी शादी कर ली. शायद यही वजह रही कि अमरेंद्र में इसका मानसिक रूप से असर हुआ. पिता सालिक राम बकरी चराने का काम करता है, लिहाजा अमरेंद्र भी बकरी चराने लगा. सालिकराम की तीसरी पत्नी भी मर चुकी है.
ग्रामीणों के मुताबिक अमरेंद्र जब कुछ बड़ा हुआ, तभी से उसकी हरकतें ठीक नहीं थी. पांच वर्ष पूर्व पिता सालिकराम ने अमरेंद्र की शादी अयोध्या जिले के मवई थाना क्षेत्र के बर्तरा गांव से कर दी थी. उसका गौना नहीं हुआ था. आने वाली 24 फरवरी को उसका गौना होना था. अमरेंद्र कुछ काम धंधा करे इसलिए करीब 8 महीने पहले उसके दादा उसको गुजरात के सूरत ले गए थे. सूरत में 6 महीने रहकर 4 दिसंबर 2022 को वह घर लौटा था और फिर 5 दिसंबर को एक घटना कारित कर दी. इसके बाद 17 दिसंबर और 29 दिसंबर को भी उसने घटनाएं अंजाम दी.
साइकिल लेकर अपना शिकार करता था अमरेंद्र
पुलिस के मुताबिक, आरोपी अमरेंद्र साइकिल लेकर अपने शिकार पर निकल पड़ता था. चूंकि रामसनेही घाट के आसपास जंगल है. इसी क्षेत्र में घर और ससुराल होने के चलते वह यहां की भौगोलिक क्षेत्र से खासा वाकिफ था. घर से अकेली निकली किसी वृद्ध महिला को देखकर ये आसानी से उनको अपना शिकार बना लेता था. पुलिस पूछताछ में अमरेंद्र ने बताया कि इसके ऊपर कोई ताबीज चढ़ा दिया है, जिससे बीच-बीच मे उसका दिमाग खराब हो जाता है.
वृद्ध महिलाओं को देख उसकी आंखों मे चमक आ जाती थी और ये सोचता था कि उनको ये आसानी से मार देगा, इसलिए उन पर हमला करता था. उनके साथ दुराचार का प्रयास करता था, फिर किसी कपड़े से गला दबाकर उनकी हत्या कर देता था. बाराबंकी में हुई दो हत्याओं की बात उसने कुबूल की है. इसके अलावा उसने दो पर हमला करने का प्रयास किया है.
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