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बाराबंकी: SDM ने सराही झील का किया निरीक्षण

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में रामसनेहीघाट पर 43 हेक्टेयर में फैली सराही झील का एसडीएम राजीव शुक्ला ने निरीक्षण किया. इस दौरान एसडीएम ने झील को नया रूप देने का निर्देश दिया.

SDM ने सराही झील का किया निरीक्षण.
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Published : Sep 4, 2019, 2:51 PM IST

बाराबंकी: रामसनेहीघाट एसडीएम राजीव शुक्ला ने 43 हेक्टेयर में फैली सराही झील का बारीकी से निरीक्षण किया. एसडीएम इस झील के जो अवैध कब्जेदार थे, उनसे खाली करवा रहे हैं. बता दें कि झील में नवंबर-दिसंबर माह में सैकड़ों प्रवासी पक्षी विदेश से आकर प्रवास करते थे, लेकिन सरकार की उदासीनता के चलते यह झील निष्क्रिय हो गई थी, लेकिन एसडीएम रामसनेहीघाट राजीव शुक्ला के द्वारा झील को वैसा ही स्वरूप देने का प्रयास किया जा रहा है, जैसे पहले कभी यह झील हुआ करती थी.

SDM ने सराही झील का किया निरीक्षण.
झील को पूराने स्वरूप में लाने का प्रयास
  • एसडीएम रामसनेहीघाट राजीव शुक्ला जब से क्षेत्र में आए हैं तब से झील को लेकर गंभीर है.
  • अभी कुछ दिन पहले ही यहां पर डीएम के द्वारा पौधारोपण कराया गया था.
  • एसडीएम राजीव शुक्ला ने बताया कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की जल संरक्षण नीत के अनुसार यह कार्य किया जा रहा है.
  • झील को प्राकृतिक रूप में ही संवारने सजाने का काम प्रशासन करेगा, इसमें कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी.

पानी के ठहराव के लिए बनाया बांध

  • झील का पानी पहले घाघरा नदी में जाता था तो इससे बाढ़ की स्थिति पैदा होती थी.
  • बांध बनने के बाद पानी रूकने से अब झील के 10 किलोमीटर के क्षेत्र में वाटर लेवल अच्छा हो गया है.
  • बांध बनने से पहले झील में पानी का ठहराव नहीं होता था, जिससे हमेशा झील सूखी रहती थी.
  • एसडीएम ने बताया कि इस क्षेत्र में जलीय जीव जन्तु और प्राकृतिक वन संपदा है, उनका संरक्षण किया जाएगा.

बाराबंकी: रामसनेहीघाट एसडीएम राजीव शुक्ला ने 43 हेक्टेयर में फैली सराही झील का बारीकी से निरीक्षण किया. एसडीएम इस झील के जो अवैध कब्जेदार थे, उनसे खाली करवा रहे हैं. बता दें कि झील में नवंबर-दिसंबर माह में सैकड़ों प्रवासी पक्षी विदेश से आकर प्रवास करते थे, लेकिन सरकार की उदासीनता के चलते यह झील निष्क्रिय हो गई थी, लेकिन एसडीएम रामसनेहीघाट राजीव शुक्ला के द्वारा झील को वैसा ही स्वरूप देने का प्रयास किया जा रहा है, जैसे पहले कभी यह झील हुआ करती थी.

SDM ने सराही झील का किया निरीक्षण.
झील को पूराने स्वरूप में लाने का प्रयास
  • एसडीएम रामसनेहीघाट राजीव शुक्ला जब से क्षेत्र में आए हैं तब से झील को लेकर गंभीर है.
  • अभी कुछ दिन पहले ही यहां पर डीएम के द्वारा पौधारोपण कराया गया था.
  • एसडीएम राजीव शुक्ला ने बताया कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की जल संरक्षण नीत के अनुसार यह कार्य किया जा रहा है.
  • झील को प्राकृतिक रूप में ही संवारने सजाने का काम प्रशासन करेगा, इसमें कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी.

पानी के ठहराव के लिए बनाया बांध

  • झील का पानी पहले घाघरा नदी में जाता था तो इससे बाढ़ की स्थिति पैदा होती थी.
  • बांध बनने के बाद पानी रूकने से अब झील के 10 किलोमीटर के क्षेत्र में वाटर लेवल अच्छा हो गया है.
  • बांध बनने से पहले झील में पानी का ठहराव नहीं होता था, जिससे हमेशा झील सूखी रहती थी.
  • एसडीएम ने बताया कि इस क्षेत्र में जलीय जीव जन्तु और प्राकृतिक वन संपदा है, उनका संरक्षण किया जाएगा.
Intro:बाराबंकी .रामसनेहीघाट एसडीम राजीव शुक्ला ने 43 हेक्टेयर में फैली सराही झील का बारीकी से किया निरीक्षण. एसडीएम लगातार इस झील को जो अवैध कब्जे दार थे उनसे खाली करवा रहे हैं .और झील प्रकृतिक है. इसमें नवंबर दिसंबर में सैकड़ों प्रवासी पक्षी विदेश से आकर इसमें प्रवास करते थे लेकिन सरकार की उदासीनता के चलते यह झील निष्क्रिय हो गई थी. लेकिन एसडीएम रामसनेहीघाट राजीव शुक्ला के द्वारा झील को वैसा ही स्वरूप देने का प्रयास किया जा रहा है. जैसी पहले कभी यह झील हुआ करती थी।


Body:लेकिन जब से तेजतर्रार एसडीएम रामसनेहीघाट राजीव शुक्ला क्षेत्र में आए हैं झील को लेकर गंभीर है अभी कुछ दिन पहले ही यहां पर डीएम के द्वारा पौधारोपण कराया गया था इस झील में पानी के ठहराव के लिए मोटी मोटी बांध भी बनाई गई थी जिससे पानी इधर-उधर न जा सके और झील में ही एकत्र रहे. एसडीएम राजीव शुक्ला ने ईटीवी से बात करते हुए बताया की प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की जल संरक्षण नीत के अनुसार यह कार्य किया जा रहा है. झील को प्रकृतिक रुप में ही संवारने सजाने का काम प्रशासन करेगा इसमें कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी पानी के ठहराव के लिए जरूर बांध बनाया गया है. झील का पानी है. पहले घाघरा नदी में जाता था तो इससे बाढ़ की स्थिति पैदा होती थी उसको रोक कर अब इसमें पानी के ठहराव की वजह से क्षेत्र के 10 किलोमीटर तक नलों में बढ़िया पानी आ रहा है. स्टेटस भी बढ़िया है। पहले झील में पानी का ठहराव नहीं होता था जिससे हमेशा झील सुखी ही रहती थी।


Conclusion:एसडीएम ने बताया यहां पर काफी प्रकृतिक वनस्पतियां हैं और प्रकृति जीव-जंतु भी जल में निवास करते हैं. इनको सरंक्षण देने के लिए यह काम किया गया है. आगे और जो भी जरूरत होगी वह काम इस झील में किया जाएगा। अगर ऐसे ही अधिकारी ईमानदारी से काम करें तो जो अवैध जमीनों पर कब्जा ना हो. इस काम को लेकर के एसडीएम रामसनेहीघाट राजीव शुक्ला की लगातार क्षेत्र में प्रशंसा हो रही है। बाइट. एसडीएम रामसनेहीघाट राजीव शुक्ला. ईटीवी भारत के लिए बाराबंकी से लक्ष्मण तिवारी 97 9421 7543
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