बाराबंकी: रामसनेहीघाट एसडीएम राजीव शुक्ला ने 43 हेक्टेयर में फैली सराही झील का बारीकी से निरीक्षण किया. एसडीएम इस झील के जो अवैध कब्जेदार थे, उनसे खाली करवा रहे हैं. बता दें कि झील में नवंबर-दिसंबर माह में सैकड़ों प्रवासी पक्षी विदेश से आकर प्रवास करते थे, लेकिन सरकार की उदासीनता के चलते यह झील निष्क्रिय हो गई थी, लेकिन एसडीएम रामसनेहीघाट राजीव शुक्ला के द्वारा झील को वैसा ही स्वरूप देने का प्रयास किया जा रहा है, जैसे पहले कभी यह झील हुआ करती थी.
- एसडीएम रामसनेहीघाट राजीव शुक्ला जब से क्षेत्र में आए हैं तब से झील को लेकर गंभीर है.
- अभी कुछ दिन पहले ही यहां पर डीएम के द्वारा पौधारोपण कराया गया था.
- एसडीएम राजीव शुक्ला ने बताया कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की जल संरक्षण नीत के अनुसार यह कार्य किया जा रहा है.
- झील को प्राकृतिक रूप में ही संवारने सजाने का काम प्रशासन करेगा, इसमें कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी.
पानी के ठहराव के लिए बनाया बांध
- झील का पानी पहले घाघरा नदी में जाता था तो इससे बाढ़ की स्थिति पैदा होती थी.
- बांध बनने के बाद पानी रूकने से अब झील के 10 किलोमीटर के क्षेत्र में वाटर लेवल अच्छा हो गया है.
- बांध बनने से पहले झील में पानी का ठहराव नहीं होता था, जिससे हमेशा झील सूखी रहती थी.
- एसडीएम ने बताया कि इस क्षेत्र में जलीय जीव जन्तु और प्राकृतिक वन संपदा है, उनका संरक्षण किया जाएगा.