बाराबंकी: जिले के फतेहपुर आदर्श नगर पंचायत का एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां वरिष्ठ लिपिक चौधरी मसरूर पर आरोप लगा है कि वह रिटायरमेंट के बावजूद नगर पंचायत में ड्यूटी कर रहे हैं. वहीं उन पर सेवा पुस्तिका की पत्रावली में भी हेरा-फेरी का आरोप लगा है, जिसको लेकर पचवारा तहसील निवासी दिव्यांग संजय कुमार शर्मा ने महालेखाकार परीक्षा निदेशक इलाहाबाद को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है.
जानिए क्या है पूरा मामला-
- जिले के फतेहपुर नगर पंचायत तहसील का मामला.
- वरिष्ठ लिपिक मोहम्मद मसरूर लगभग 40 वर्षों से नगर पंचायत में कार्यरत हैं.
- मोहम्मद मसरूर 31 मार्च 2019 को सेवा मुक्त हो चुके हैं.
- कई बार मोहम्मद मसरूर से अभिलेख मांगे गए थे, लेकिन उन्होंने अभिलेख प्रस्तुत नहीं किए.
- जिलाधिकारी ने समय-समय पर निरीक्षण भी किया, जहां इनके द्वारा सेवा पुस्तिका में त्रुटियां छुपाई गई हैं.
- जिलाधिकारी ने कई बार इनसे स्पष्टीकरण भी मांगा, जो इन्होंने उपलब्ध नहीं कराया.
- संजय शर्मा ने आरोप लगाया है कि मोहम्मद मसरूर ने सेवा पुस्तिका में तथ्यों को छुपाने के लिए सफेदा लगाकर हेराफेरी की है.
- वहीं संजय शर्मा ने कई अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर भ्रष्टाचार के खिलाफ जांच की मांग की है.
सर्विस बुक में सफेदा लगाकर हेराफेरी की गई है. जिलाधिकारी ने इनसे कई बार स्पष्टीकरण मांगा, लेकिन इन्होंने स्पष्टीकरण नहीं दिया. रिटायर होने के बाद भी ऑफिस आते हैं और रजिस्टर पर हस्ताक्षर भी नहीं करते हैं. पहले भी कई बार इन पर भ्रष्टाटार के आरोप लग चुके हैं. मेरी शासन से मांग है कि इन पर कार्रवाई की जाए.
-संजय कुमार शर्मा, दिव्यांग