बाराबंकी: जिले के हंडियाकोल स्थित श्री राम वन कुटीर पिछले 40 वर्षों से दीन दुखियों और गरीबों की जिंदगी को रोशन कर रहा है. श्री राम वन कुटीर बाराबंकी मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर दूर है. पहले इसे हंडियाकोल का जंगल कहा जाता था. बसन्त मास की पंचमी से दस दिन पहले यहां सेवाभाव का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है. देश-प्रदेश से लोग यहां अपनी आंखों की रोशनी ठीक करवाने आते हैं.
आश्रम में लगभग एक लाख आंखों के हुए सफल ऑपरेशन
साल 1981 में यहां स्वामी रामदास जी महाराज ने निशुल्क नेत्र चिकित्सा कैम्प की शुरुआत की थी, जिसको अब स्वामी रामज्ञान दास जी आगे बढ़ा रहे हैं. यहां लगभग एक लाख आंखों के सफल ऑपरेशन हो चुके हैं. इसके साथ ही यहां कई गंभीर बीमारियों को भी दूर किया जाता है.
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मरीजों की देख-रेख के लिए हर इंतजाम होते हैं मुफ्त
इस पुनीत कार्य में देश विदेश के नामी डॉक्टर आकर सेवा देना अपना सौभाग्य मानते हैं. यही नहीं देश के कई इलाकों से सेवादार आकर इन दिन दुखियों और गरीबों की सेवा कर अपने को धन्य मानते हैं. हर वर्ष 10 दिनों तक चलने वाले इस कैंप में मरीज अपनी पीड़ा लेकर आते हैं और ठीक होकर जाते हैं. आश्रम में उनके लिए खाने-पीने के इंतजाम के साथ-साथ बैठने, सोने तक का पूरा प्रबंध मुफ्त में किया जाता है.