बाराबंकी: जिले में इस बार ऐतिहासिक देवा मेले में बारिश ने खलल डाल दिया है. ऐतिहासिक देवा मेला बारिश के खलल के कारण आयोजित नहीं हो पा रहा है. मेला परिसर में बारिश के कारण पानी भर जाने से तैयारियों नहीं हो पा रही हैं. बारिश के पानी को निकालने का भी प्रबंध प्रशासनिक तंत्र ने किया, लेकिन 15 अक्टूबर से शुरू होने वाले इस मेले परिसर में कीचड़ जैसी स्थिति है.
1897 से आयोजित किया जा रहा देवा मेला
इस मेले का आयोजन करीब 1897 से होता आ रहा है. देवा मेले का आयोजन सूफी सन्त हाजी वारिस अली शाह ने अपने पिता कुर्बान अली शाह की याद में पहली बार किया था. इस मेले में कवि सम्मेलन और मुशायरा भी होता है. भारत का पहला ऐसा कवि सम्मेलन और मुशायरा है, जो पिछले 145 सालों से लगातार चल रहा है.