बाराबंकी: ऐतिहासिक देवा मेला की शुरुआत 15 अक्टूबर से हो रही है. ऐसे में जिला प्रशासन की ओर से मेले का प्रोग्राम जारी कर दिया गया है. परम्परागत रूप से जिलाधिकारी की पत्नी द्वारा 15 अक्टूबर को शाम 5 बजे फीता काटकर मेले का उद्घाटन किया जाएगा. शनिवार को जिलाधिकारी समेत प्रशासन के तमाम अधिकारियों ने मेला स्थल का निरीक्षण कर व्यवस्था का जायजा लिया. वहीं इस बार देवा मेला को पूरी तरह पालीथिन मुक्त बनाने की कवायद की जा रही है.
वर्षों से गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल बना बाराबंकी का ऐतिहासिक देवा मेला इस बार पॉलीथिन मुक्त होगा. मेले में कोई भी दुकानदार पॉलीथिन का प्रयोग नहीं कर सकेगा. इसकी निगरानी के लिए विशेष टीम काम करेगी. पॉलीथिन का प्रयोग करने वाले दुकानदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि 15 अक्टूबर से देवा मेला की शुरुआत हो रही है. सरकारी तौर पर 24 अक्टूबर को आतिशबाजी प्रतियोगिता के बाद मेले का समापन हो जाएगा, लेकिन मेला करीब एक महीने तक चलता है.
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इस बार जैदपुर विधानसभा में उपचुनाव है, लिहाजा मेला आचार संहिता के दायरे में सम्पन्न होगा. करीब महीने भर चलने वाले इस मेले में देश के कोने-कोने से श्रद्धालु जुटते हैं. 'जो रब है वही राम है' का संदेश देकर सभी धर्मों को एक धागे में पिरोने वाले मशहूर सूफी संत हाजी वारिस अली शाह के पिता की याद में यह मेला हर वर्ष आयोजित होता है. मेले में हॉकी, बैडमिंटन, वॉलीबॉल, दंगल, वाद-विवाद जैसी तमाम प्रतियोगिताएं होती हैं. यहां के पशु मेले और मुशायरे की पहचान राष्ट्रीय स्तर तक है.
देवा मेला में होने वाले कार्यक्रम
- 15 अक्टूबर- उद्घाटन समारोह, सांस्कृतिक कार्यक्रम
- 16 अक्टूबर- हॉकी प्रतियोगिता, सूफी नाइट
- 17 अक्टूबर- सूफी गायन, सीरतुन्नबी
- 18 अक्टूबर- बेबी शो, मानस कार्यक्रम
- 19 अक्टूबर- दंगल प्रतियोगिता, म्यूजिक कॉन्फ्रेंस विद कॉमेडी
- 20 अक्टूबर- लोकनृत्य, कव्वाली साबरी ब्रदर्स
- 21 अक्टूबर- कॉमेडी नाइट, अखिल भारतीय कवि सम्मेलन
- 22 अक्टूबर- आर्केस्ट्रा, मालिनी अवस्थी द्वारा अवधी संध्या
- 23 अक्टूबर- पशु प्रदर्शनी, ऑल इंडिया मुशायरा
- 24 अक्टूबर- बृज की होली, आतिशबाजी