बाराबंकी: टिकैतनगर थाना क्षेत्र के नवाबगंज गांव के पास नहर की पटरी पर संदिग्ध परिस्थितियों में नवजात बच्ची के मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया. झाड़ी में फेंकने से बच्ची के शरीर पर कई कांटे गढ़ गए थे. जब रात में बच्ची की हालत खराब हुई तो उसको समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र टिकैतनगर ले जाया गया. जहां प्राथमिक उपचार के बाद बच्ची को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया.
जिला महिला अस्पताल में जब नवजात की हालत बिगड़ने लगी तो इसकी सूचना बाल कल्याण समिति को देकर ट्रामा सेंटर रेफर किया गया. फिलहाल नवजात बालिका का ट्रामा सेंटर लखनऊ में इलाज चल रहा है. जिले में एक महीने के अंदर यह दूसरी घटना है. अभी कुछ दिन पहले ही राजपुर गांव में ऐसा ही मामला एक देखने को मिला था, वहां पर भी नवजात बच्ची को झाड़ियों में फेंक दिया गया था.
...इस तरह मिली नवजात बच्ची
गांव के ही कुछ लोग पशुओं को नहर पर चरा रहे थे कि तभी नवजात बच्ची के रोने की आवाज आई. जब उन्होंने झाड़ियों में जाकर देखा तो नवजात बच्ची रो रही थी. तुरंत चरवाहों ने उस बच्ची को गांव की ही एक महिला साजिदा को उठा कर दे दिया. साजिदा बच्ची को लेकर अपने घर चली आई और उसे दूध पिलाया. गांव वालों ने कहा कि आप इस बच्ची को पाल लीजिए और हम लोग चंदा लगाकर इसकी शादी कर देंगे.
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यह खबर गांव में आग की तरह से फैल गई और लोग नहर की तरफ दौड़े चले आ रहे थे. लोग कह रहे थे कि ऐसी कौन सी मां होगी जो अपने बच्चे को मरने के लिए इन झाड़ियों में डाल गई.