बाराबंकी: लखनऊ ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली (Maulana Khalid Rasheed Firangi Mahali) गुरुवार को मशहूर अधिवक्ता, एमएलसी और राज्य अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन रहे स्वर्गीय गयासुद्दीन किदवई की याद में हुए कार्यक्रम में शामिल हुए. यहां उन्होंने कहा कि अगर हम चाहते हैं कि इस देश का लोकतांत्रिक ढांचा मजबूत हो तो उसका सिर्फ और सिर्फ एक रास्ता है. वो है जो मुसलमान हैं, वो सच्चे मुसलमान बन जाएं और जो हिन्दू हैं वो सच्चे हिन्दू बन जाएं.
बाराबंकी में मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि कुछ नापाक ताकतें देश की गंगा-जमुनी तहजीब को खत्म करने के लिए साजिश कर रही हैं. हमें वसुधैव कुटुम्बकम को अपनाकर इन ताकतों को खत्म करना है. इस प्रोग्राम में जिले के समाजवादी पार्टी के जीते हुए विधायकों समेत कई दूसरे लोगों को सम्मानित किया गया.
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इस कार्यक्रम में लोगों ने गयासुद्दीन किदवई के तमाम संस्मरण भी सुनाए. गयासुद्दीन किदवई प्रखर वक्ता थे. आसपास के कई जिलों में बेहतरीन क्रिमिनल वकील के रूप में उनकी पहचान थी. उन्होंने जिले में हमेशा गंगा-जमुनी तहजीब पर जोर दिया था. मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि 3 अप्रैल से मुबारक रमजान शुरू हो रहे हैं. उसी दिन से रामनवमी के व्रत भी शुरू हो रहे हैं.
3 अप्रैल को क्रिश्चियन समुदाय के व्रत भी शुरू हो रहे हैं. इस दौरान सभी मजहबों के लोग अपने-अपने मजहबों के हिसाब से सही ढंग से इबादात करें. जो ताकतें नफरत फैलाने की कोशिश कर रही हैं, उनको शिकस्त दें. इस कार्यक्रम में पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप, पूर्व मंत्री फरीद महफूज किदवई, विधायक सुरेश यादव, अधिवक्ता, डॉक्टर, साहित्यिकार और समाजसेवी मौजूद थे.
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