बाराबंकीः पिछले कई वर्षों से खेती घाटे का सौदा साबित होती जा रही है. किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य नहीं मिल रहा है. पीएम मोदी ने 2020 तक किसानों की आय को दोगुना करने का फैसला किया है. इसके लिए किसानों को परंपरागत खेती छोड़कर आधुनिक खेती को अपनाने पर जोर दिया जा रहा है. जिले में शनिवार को किसान मेले का आयोजन किया गया, जिसमें किसानों को खेती के नए तौर तरीके बताए गए.
इसे भी पढ़ेंः-बाराबंकी: SDM ने गांवों में तालाबों का किया निरीक्षण, मरम्मत के दिए निर्देश
किसानों को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. सरकार की मंशा है कि किसान परंपरागत खेती छोड़कर नगदी खेती, पशुपालन, मत्स्यपालन और औद्यानिक खेती पर भी अपना ध्यान दें, जिससे कम लागत पर किसानों को खासा मुनाफा हो सके. उधर किसानों का कहना है कि फसल का लागत मूल्य उनको नहीं मिल रहा है. बिना लागत मूल्य मिले किसानों की आय दोगुनी करने की मंशा नहीं पूरी हो सकती.
ये सच है कि अब खेती के तरीकों में बदलाव का दौर है. इसके लिए किसानों को अत्याधुनिक तौर-तरीके को अपना कर ही खेती को लाभकारी बनाया जा सकता है, लेकिन ये भी सही है कि गलत नीतियों के चलते पिछले कई वर्षों से किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में अगर सरकार किसानों का हित चाहती है तो नई कृषि नीति बनानी होगी.