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बाराबंकी: शहर में मच्छरों का बढ़ता प्रकोप, नहीं हो रही फागिंग

बाराबंकी जिले को स्वच्छता को लेकर यूपी में तीसरा स्थान प्राप्त है. लेकिन लोगों का कहना है कि जिले में पिछले तीन महीनों से मच्छरों को भगाने के लिए फागिंग नहीं की गई है. वहीं प्रशासन कह रहा है कि रोस्टर के अनुसार प्रतिदिन फागिंग की जाती है.

शहर में मच्छरों का बढ़ रहा प्रकोप.
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Published : Mar 27, 2019, 5:46 AM IST

बाराबंकी: जिले में पिछले कुछ महीनों से मच्छरों को भगाने के लिए फागिंग नहीं हो रही है. लोगों ने आरोप लगाया है की उनके मोहल्ले में पिछले कई महीनों से मच्छरों को भगाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई. प्रशासन का कहना है कि रोस्टर के अनुसार प्रतिदिन फागिंग होती है. अब सवाल यह है कि अगर फागिंग होती है तो लोग देख क्यों नहीं पाते.

शहर में मच्छरों का बढ़ रहा प्रकोप.

जिले केमुख्यालय को नवाबगंज नगर पालिका कहाजाता है. इसे उत्तर प्रदेश में स्वच्छता को लेकर तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है. लेकिन यहां पर पिछले 3 महीने से एक-दो इलाकों को छोड़ दिया जाए तो फागिंग नहीं हुई है. लोगों का कहना है कि पिछले तीन महीने से यहां पर फागिंग ना होने से मच्छरों की संख्या इतनी बढ़ गई है, कि कहीं पर भी खड़ा होना मुश्किल हो गया है. ऐसे में मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों के फैलने का खतरा बना हुआ है.

नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी संगीता कुमारी ने बताया कि रोस्टर के अनुसार प्रतिदिन फागिंग की जाती है. जनता से पूछने पर यह सामने आया कि उनके इलाकों में पिछले कई महीनों से फागिंग नहीं हुई है. अधिशासी अधिकारी ने यह भी बताया कि अगर किसी प्रकार की शिकायत होती है, तो वह इसको संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई भी करेंगी.

नगर पालिका से बिल्कुल सटे हुए इलाके सत्यप्रेमी नगर के निवासी आरपी सिंह ने बताया कि पिछले एक महीने से ज्यादा समय से किसी भी प्रकार की फागिंग या दवा का छिड़काव नहीं किया गया है. वहीं दूसरी तरफ सत्यप्रेमी नगर से प्रिंसी गुप्ता ने बताया कि लगभग 3 महीने से ज्यादा समय से किसी भी प्रकार की फागिंग नहीं हुई.

बाराबंकी: जिले में पिछले कुछ महीनों से मच्छरों को भगाने के लिए फागिंग नहीं हो रही है. लोगों ने आरोप लगाया है की उनके मोहल्ले में पिछले कई महीनों से मच्छरों को भगाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई. प्रशासन का कहना है कि रोस्टर के अनुसार प्रतिदिन फागिंग होती है. अब सवाल यह है कि अगर फागिंग होती है तो लोग देख क्यों नहीं पाते.

शहर में मच्छरों का बढ़ रहा प्रकोप.

जिले केमुख्यालय को नवाबगंज नगर पालिका कहाजाता है. इसे उत्तर प्रदेश में स्वच्छता को लेकर तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है. लेकिन यहां पर पिछले 3 महीने से एक-दो इलाकों को छोड़ दिया जाए तो फागिंग नहीं हुई है. लोगों का कहना है कि पिछले तीन महीने से यहां पर फागिंग ना होने से मच्छरों की संख्या इतनी बढ़ गई है, कि कहीं पर भी खड़ा होना मुश्किल हो गया है. ऐसे में मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों के फैलने का खतरा बना हुआ है.

नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी संगीता कुमारी ने बताया कि रोस्टर के अनुसार प्रतिदिन फागिंग की जाती है. जनता से पूछने पर यह सामने आया कि उनके इलाकों में पिछले कई महीनों से फागिंग नहीं हुई है. अधिशासी अधिकारी ने यह भी बताया कि अगर किसी प्रकार की शिकायत होती है, तो वह इसको संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई भी करेंगी.

नगर पालिका से बिल्कुल सटे हुए इलाके सत्यप्रेमी नगर के निवासी आरपी सिंह ने बताया कि पिछले एक महीने से ज्यादा समय से किसी भी प्रकार की फागिंग या दवा का छिड़काव नहीं किया गया है. वहीं दूसरी तरफ सत्यप्रेमी नगर से प्रिंसी गुप्ता ने बताया कि लगभग 3 महीने से ज्यादा समय से किसी भी प्रकार की फागिंग नहीं हुई.

Intro: बाराबंकी ,26 मार्च । पिछले कुछ महीनों से शहर में नहीं हो रही है फागिंग, लोगों ने लगाया आरोप की उनके मोहल्ले में पिछले कई महीनों से मच्छरों को भगाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई. प्रशासन का कहना है और रोस्टर के अनुसार प्रतिदिन होती है फागिंग. अब सवाल यह है कि अगर फागिंग होती है तो लोग देख क्यों नहीं पाते. क्या यह फागिंग किसी दूसरे ग्रह पर होती है ? आखिरकार जनता के स्वास्थ्य से इस तरह से खिलवाड़ क्यों किया जाता है ? नगर पालिका प्रशासन नींद से कब उठेगा यह प्रश्न मुंह बाए खड़ा है । प्रशासनिक व्यवस्था केवल कागजों पर ही फागिंग की प्रक्रिया को कैसे दिखा रही है, जबकि वास्तविक धरातल पर कुछ है ही नहीं. अगर कागज पर फागिंग रोस्टर के अनुसार चल रही है तो कहीं इसमें कोई घपला तो नहीं यह प्रश्न भी उठता है ?


Body: बाराबंकी शहर जिसकी मुख्यालय को नवाबगंज नगरपालिका कहां जाता है. इसे उत्तर प्रदेश में तीसरा स्थान स्वच्छता को लेकर के प्राप्त हुआ है. लेकिन यहां पर पिछले 3 महीने से एक-दो इलाकों को छोड़ दिया जाए तो फागिंग नहीं हुई है. लोगों का कहना है कि पिछले 3 महीने से यहां पर फागिंग ना होने से मच्छरों की संख्या इतनी बढ़ गई है, कि कहीं पर भी खड़ा होना मुश्किल हो गया है. अगर यही हालात रहे तो क्योंकि यह समय मच्छरों की संख्या में अभिवृद्धि के लिए सबसे अनुकूल वातावरण माना जाता है .ऐसे में मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों के फैलने का खतरा बना हुआ है. जब हमने नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी श्रीमती संगीता कुमारी से बात की ,तो उन्होंने हमें बताया कि रोस्टर के अनुसार फागिंग की जाती है . जनता से पूछने पर यह सामने आया कि उनके इलाकों में पिछले कई महीनों से फागिंग नहीं हुई है. अधिशासी अधिकारी ने यह भी बताया कि अगर किसी प्रकार की शिकायत होती है, तो वह इसको संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही भी करेंगी. लेकिन अब सवाल यह उठता है कि इतने दिनों के बाद भी उनके संज्ञान में यह बात क्यों नहीं आई कि शहर में फागिंग नहीं हो रही है .यह कोई एक या दो दिन या दो हफ्ते का मामला नहीं है ,बल्कि पिछले कई महीनों से शहर में फागिंग नहीं की जा रही है जो एक गंभीर मामला है. हम नगर पालिका से बिल्कुल सटे हुए इलाके सत्यप्रेमी नगर में गए ,और वहां पर हमने वरिष्ठ नागरिक आरपी सिंह जी से बात की तो उन्होंने बताया कि पिछले एक महीने से ज्यादा समय से किसी भी प्रकार की फागिंग या दवा का छिड़काव नहीं किया गया है. वहीं हमने दूसरी तरफ सत्यप्रेमी नगर से प्रिंसी गुप्ता से बात करने पर पाया कि लगभग 3 महीने से ज्यादा समय से किसी भी प्रकार की फागिंग नहीं हुई है .सत्यप्रेमी नगर की दो गलियों में हमने लोगों से बात की और यह पाया कि नगर पालिका से बिल्कुल सटे हुए जगहों पर भी फागिंग नहीं हो पाई है.


Conclusion: शहर भर में हमने करीब 10 लोगों से बात की और पाया कि कहीं पर भी पिछले कुछ महीनों से फागिंग नहीं हुई है. कुल मिलाकर परिस्थितियां यह है कि केवल कागज पर रोस्टर के अनुसार फागिंग चल रही है लेकिन वास्तविकता के धरातल पर कुछ भी नहीं है. अब अगर ऐसे ही चलता रहा तो लोगों के स्वास्थ्य पर इसका बुरा प्रभाव पड़ने की पूरी संभावना है. जब ईटीवी भारत ने नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी से बात की, तो उन्होंने इस पर संज्ञान लेने की बात स्वीकार की है और आने वाले समय में हो सकता है की फागिंग होते हुए दिखाई भी दे. अब यह देखने वाली बात है कि लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर फागिंग कब शुरू होगी ?


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1- आरपी सिंह ,वरिष्ठ नागरिक बाराबंकी

2- प्रिन्सी गुप्ता , छात्रा एवं निवासी सत्यप्रेमी नगर बाराबंकी

3- संगीता कुमारी ,अधिशासी अधिकारी ,नवाबगंज नगर पालिका ,बाराबंकी.

report - Alok Kumar Shukla, reporter Barabanki ,9 6 2 8 4 7 6 9 0 7
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