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सिपाही की मिलीभगत से चल रहा था हनीट्रैप का खेल, चार गिरफ्तार

बाराबंकी में हनीट्रैप (honeytrap) का सनसनीखेज मामला सामने आया है. इस मामले में आरोपी सिपाही और 2 महिलाओं समेत 4 को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी सिपाही (accused constable) को निलंबित कर दिया गया है.

गिरफ्तार आरोपी
गिरफ्तार आरोपी
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Published : Nov 17, 2021, 9:18 PM IST

बाराबंकी : यूपी के बाराबंकी में हनीट्रैप (honeytrap) का सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां एक सिपाही दो महिलाओं के साथ गैंग बनाकर लोगों को ब्लैकमेल (blackmail) व धन वसूली (extortion) का काम कर रहा था.

मामले के खुलासे के बाद पुलिस ने इस मामले में आरोपी सिपाही और 2 महिलाओं समेत 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी सिपाही को निलंबित कर दिया गया है.

गोसाईगंज लखनऊ निवासी अरविंद कुमार वर्मा बाराबंकी जिले के कोठी थाना क्षेत्र के गुलरिहा में अपने मामा अनिल वर्मा के यहां आता-जाता रहता था. बीती 14 सितंबर को एक युवती से उसकी फोन पर बात हुई. युवती ने उसे मिलने के लिए भानमऊ चौराहे बुलाया.

जानकारी देते एडिशनल एसपी मनोज पांडेय

अरविंद वर्मा जब वहां पहुंचा तो उस युवती ने उसे एकांत स्थान पर चलने को कहा. एकांत स्थान पर पहुंचने पर वहां पहले से एक युवती मौजूद थी जिसने अरविंद की पर्स निकाल ली. फिर फोन करके एक पुलिसकर्मी व एक अन्य व्यक्ति को बुला लिया.

पुलिसकर्मी ने उसे और उसके मामा को आपराधिक मामलों में फंसाने की धमकी देकर उससे धन उगाही की. पीड़ित अरविंद ने 16 नवंबर को थाना सतरिख में इस आशय की आरक्षी धर्मेंद्र यादव, श्रवण कुमार सहित उन दोनों महिलाओं के खिलाफ रिपोर्ट संबंधित धाराओं में दर्ज कराई.

मामले की गंभीरता को देखते हुए एडिशनल एसपी मनोज पांडेय के निर्देशन और सीओ सदर के पर्यवेक्षण में साक्ष्य इकट्ठा किए गए. छानबीन के दौरान जो सच्चाई सामने आई, उसने सबको हैरत में डाल दिया.

इसे भी पढ़ेः बाराबंकी: चोर समझकर युवक को पीटने के बाद ग्रामीणों ने जिंदा जलाया

दरअसल, इन आरोपियों का एक गैंग है जो सतरिख-लखनऊ मार्ग से गुजरने वाले लोगों के साथ-साथ दूसरे लोगों को अपना शिकार बनाता था. गैंग के लोग किसी तरह अपने शिकार का फोन नंबर लेकर युवती से फोन कराते थे.

उनके जाल में शिकार फंस जाता था या युवती सड़क किनारे खड़ी होकर लिफ्ट मांगती थी. कुछ दूर जाने पर मौका देखकर युवती फोन करके आरोपी आरक्षी को बुला लेती थी. फिर शिकार को धमकाकर उससे धन की वसूली की जाती थी.

काफी अरसे से चल रहे इस हनीट्रैप के खेल का खुलासा उस वक्त हुआ जब सतरिख थाने के दारोगा ने आरोपी सिपाही को थप्पड़ जड़ दिया. बताया गया कि थप्पड़ जड़ने वाले दारोगा को आरोपी सिपाही की हरकतों का अंदाजा हो गया था.

ये सिपाही अक्सर सतरिख क्षेत्र में देखा जाता था जबकि इसकी तैनाती वहां नहीं थी. इस मामले की जब सीओ सदर ने जांच शुरू की तो हनीट्रैप जैसे खेल का खुलासा हो गया.

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फिलहाल सतरिख पुलिस ने आरक्षी समेत चारों आरोपियों धर्मेंद्र कुमार यादव, श्रवण कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया है. आरक्षी को निलंबित कर दिया गया है.

बाराबंकी : यूपी के बाराबंकी में हनीट्रैप (honeytrap) का सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां एक सिपाही दो महिलाओं के साथ गैंग बनाकर लोगों को ब्लैकमेल (blackmail) व धन वसूली (extortion) का काम कर रहा था.

मामले के खुलासे के बाद पुलिस ने इस मामले में आरोपी सिपाही और 2 महिलाओं समेत 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी सिपाही को निलंबित कर दिया गया है.

गोसाईगंज लखनऊ निवासी अरविंद कुमार वर्मा बाराबंकी जिले के कोठी थाना क्षेत्र के गुलरिहा में अपने मामा अनिल वर्मा के यहां आता-जाता रहता था. बीती 14 सितंबर को एक युवती से उसकी फोन पर बात हुई. युवती ने उसे मिलने के लिए भानमऊ चौराहे बुलाया.

जानकारी देते एडिशनल एसपी मनोज पांडेय

अरविंद वर्मा जब वहां पहुंचा तो उस युवती ने उसे एकांत स्थान पर चलने को कहा. एकांत स्थान पर पहुंचने पर वहां पहले से एक युवती मौजूद थी जिसने अरविंद की पर्स निकाल ली. फिर फोन करके एक पुलिसकर्मी व एक अन्य व्यक्ति को बुला लिया.

पुलिसकर्मी ने उसे और उसके मामा को आपराधिक मामलों में फंसाने की धमकी देकर उससे धन उगाही की. पीड़ित अरविंद ने 16 नवंबर को थाना सतरिख में इस आशय की आरक्षी धर्मेंद्र यादव, श्रवण कुमार सहित उन दोनों महिलाओं के खिलाफ रिपोर्ट संबंधित धाराओं में दर्ज कराई.

मामले की गंभीरता को देखते हुए एडिशनल एसपी मनोज पांडेय के निर्देशन और सीओ सदर के पर्यवेक्षण में साक्ष्य इकट्ठा किए गए. छानबीन के दौरान जो सच्चाई सामने आई, उसने सबको हैरत में डाल दिया.

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दरअसल, इन आरोपियों का एक गैंग है जो सतरिख-लखनऊ मार्ग से गुजरने वाले लोगों के साथ-साथ दूसरे लोगों को अपना शिकार बनाता था. गैंग के लोग किसी तरह अपने शिकार का फोन नंबर लेकर युवती से फोन कराते थे.

उनके जाल में शिकार फंस जाता था या युवती सड़क किनारे खड़ी होकर लिफ्ट मांगती थी. कुछ दूर जाने पर मौका देखकर युवती फोन करके आरोपी आरक्षी को बुला लेती थी. फिर शिकार को धमकाकर उससे धन की वसूली की जाती थी.

काफी अरसे से चल रहे इस हनीट्रैप के खेल का खुलासा उस वक्त हुआ जब सतरिख थाने के दारोगा ने आरोपी सिपाही को थप्पड़ जड़ दिया. बताया गया कि थप्पड़ जड़ने वाले दारोगा को आरोपी सिपाही की हरकतों का अंदाजा हो गया था.

ये सिपाही अक्सर सतरिख क्षेत्र में देखा जाता था जबकि इसकी तैनाती वहां नहीं थी. इस मामले की जब सीओ सदर ने जांच शुरू की तो हनीट्रैप जैसे खेल का खुलासा हो गया.

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फिलहाल सतरिख पुलिस ने आरक्षी समेत चारों आरोपियों धर्मेंद्र कुमार यादव, श्रवण कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया है. आरक्षी को निलंबित कर दिया गया है.

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