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बाराबंकी: कल्याणी और गोमती नदी के किनारे विकसित होगी हरियाली - kalyani river

यूपी के बाराबंकी जिले में पौधरोपण अभियान के तहत गोमती और कल्याणी नदी के दोनों तटों पर पौधे रोपे जाएंगे. योजना के तहत गोमती और उसकी सहायक नदी कल्याणी के किनारे के खेतों की मेड़ पर पौधे लगाए जाएंगे.

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कल्याणी और गोमती नदी के किनारे लगाए जाएंगे पौधे.
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Published : Jul 5, 2020, 3:47 AM IST

बाराबंकी: पौधरोपण अभियान के तहत जिले में इस बार गोमती और कल्याणी नदी के दोनों तटों पर पौधे रोपे जाएंगे, क्योंकि जिले को भी नमामि गंगे योजना में शामिल किया गया है. योजना के तहत गोमती और उसकी सहायक नदी कल्याणी के किनारे के खेतों की मेड़ पर पौधे लगाकर हरियाली बढ़ाई जाएगी. अपने खेतों की मेड़ पर पेड़ लगाने के बदले विभाग किसानों को पैसा भी देगा. वन विभाग ने ऐसे किसानों का चयन शुरू कर दिया है.

बताते चलें बाराबंकी में गंगा की सहायक नदी गोमती बहती है, जिसके चलते जिले को नमामि गंगे योजना में शामिल किया गया है. गोमती नदी की सहायक नदी कल्याणी भी है. लिहाजा दोनों नदियों के दोनों किनारों पर पौधरोपण किया जायेगा. इसके तहत 25 हेक्टेयर में करीब 15 हजार 625 पौधे लगाये जाएंगे.

योजना के तहत इन नदियों के किनारे के खेतों की मेड़ पर औषधीय, फलदार पौधे लगाये जाएंगे. ऐसे किसान जिनके खेत इन नदियों के किनारे हैं, उनका चयन कर उनको पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. पहले वर्ष एक पेड़ लगाने के बदले किसान को 125 रुपये दिये जाने की योजना है, जिसमें से पौधे की कीमत और ढुलाई का खर्च वन विभाग काटकर शेष रकम किसान के खाते में डाल देगा.

वर्ष भर अपने लगाये हुए पौधों की देखभाल किसान करेगा. फिर साल भर बाद पेड़ों का वेरिफिकेशन किया जायेगा. संतुष्ट होने पर विभाग किसान को हर पेड़ के 35 रुपये देगा. इस तरह तीन वर्ष तक किसान को ये भुगतान किया जायेगा.

दो तरह से होगा पौधरोपण
नदियों के किनारे किये जाने वाले पौधरोपण दो तरह से होने हैं. एक तो वन विभाग चार-चार मीटर की दूरी पर पौधरोपण करेगा. दूसरा किसान अपने खेत की मेड़ पर पौधे लगाएगा.

बाराबंकी: पौधरोपण अभियान के तहत जिले में इस बार गोमती और कल्याणी नदी के दोनों तटों पर पौधे रोपे जाएंगे, क्योंकि जिले को भी नमामि गंगे योजना में शामिल किया गया है. योजना के तहत गोमती और उसकी सहायक नदी कल्याणी के किनारे के खेतों की मेड़ पर पौधे लगाकर हरियाली बढ़ाई जाएगी. अपने खेतों की मेड़ पर पेड़ लगाने के बदले विभाग किसानों को पैसा भी देगा. वन विभाग ने ऐसे किसानों का चयन शुरू कर दिया है.

बताते चलें बाराबंकी में गंगा की सहायक नदी गोमती बहती है, जिसके चलते जिले को नमामि गंगे योजना में शामिल किया गया है. गोमती नदी की सहायक नदी कल्याणी भी है. लिहाजा दोनों नदियों के दोनों किनारों पर पौधरोपण किया जायेगा. इसके तहत 25 हेक्टेयर में करीब 15 हजार 625 पौधे लगाये जाएंगे.

योजना के तहत इन नदियों के किनारे के खेतों की मेड़ पर औषधीय, फलदार पौधे लगाये जाएंगे. ऐसे किसान जिनके खेत इन नदियों के किनारे हैं, उनका चयन कर उनको पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. पहले वर्ष एक पेड़ लगाने के बदले किसान को 125 रुपये दिये जाने की योजना है, जिसमें से पौधे की कीमत और ढुलाई का खर्च वन विभाग काटकर शेष रकम किसान के खाते में डाल देगा.

वर्ष भर अपने लगाये हुए पौधों की देखभाल किसान करेगा. फिर साल भर बाद पेड़ों का वेरिफिकेशन किया जायेगा. संतुष्ट होने पर विभाग किसान को हर पेड़ के 35 रुपये देगा. इस तरह तीन वर्ष तक किसान को ये भुगतान किया जायेगा.

दो तरह से होगा पौधरोपण
नदियों के किनारे किये जाने वाले पौधरोपण दो तरह से होने हैं. एक तो वन विभाग चार-चार मीटर की दूरी पर पौधरोपण करेगा. दूसरा किसान अपने खेत की मेड़ पर पौधे लगाएगा.

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