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बाराबंकीः अब डीजी प्लेयर के जरिये मानसिक दिव्यांग बच्चे भी कर सकेंगे पढ़ाई

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में दिव्यांग बच्चों को शासन निशुल्क उपकरण देने जा रहा है. 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों को यह उपकरण मुहैया कराया जाएगा, जिससे वे स्कूल जाने से वंचित न रहें. पहली बार मानसिक दिव्यांग बच्चों को डीजी प्लेयर देने की व्यवस्था की गई है.

दिव्यांग बच्चों को सरकार दे रही मुफ्त उपकरण.
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Published : Aug 27, 2019, 12:48 PM IST

बाराबंकीः दिव्यांगता के चलते कोई भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित न हो इसके लिए शासन ऐसे बच्चों को निशुल्क उपकरण देने जा रहा है. आगामी बाल दिवस के मौके पर जिले के 6 से 14 वर्ष के तकरीबन चार सौ दिव्यांग बच्चों को उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे. पहली बार मानसिक दिव्यांग बच्चों को विशेष किट डीजी प्लेयर भी दी जाएगी.

दिव्यांग बच्चों को सरकार देगी मुफ्त उपकरण.

उपकरण के लिए चार सौ बच्चों का हुआ चयन
दिव्यांगता के चलते कोई भी बच्चा पढ़ाई से वंचित न हो इसके लिए शासन पूरी तरह गम्भीर है. ऐसे सभी दिव्यांग बच्चों को शासन उपकरण देकर उनको मुख्यधारा में लाने के लिए प्रयास कर रहा है. जिले में कैम्प लगाकर 6 से 14 वर्ष के बच्चों का सोमवार को परीक्षण किया गया. जिले में दो स्थानों पर लगाये गए इस मेजरमेंट कैम्प में करीब चार सौ बच्चों का परीक्षण कर उन्हें उपकरण के लिए उपयुक्त पाया गया.

इसे भी पढ़ेंः- किसानों के लिए रोल मॉडल हैं खेती के जादूगर 'पद्मश्री रामसरन वर्मा'

बाल दिवस पर वितरित किए जाएंगे उपकरण
अब बाल दिवस यानी 14 नवम्बर को इन बच्चों को उपकरण दिए जाएंगे. चलने फिरने से मजबूर बच्चों को ट्राई साइकिल, छड़ी या व्हीलचेयर दी जाएगी तो श्रवण बाधित बच्चों को सुनने की मशीन उपलब्ध कराई जाएगी. पहली बार मानसिक दिव्यांग बच्चों को एक विशेष किट डीजी प्लेयर दी जाएगी. परिषदीय स्कूल इन बच्चों को डीवीडी और सीडी में उपलब्ध पाठ्यक्रम देंगे. इसी डीजी प्लेयर के जरिये बच्चे पढ़ाई करेंगे.

निश्चय ही दिव्यांगों को सरकार द्वारा मुख्यधारा में लाने का यह कदम सराहनीय है. इससे एक तो साक्षरता दर बढ़ेगी दूसरे दिव्यांग बच्चे भी पढ़-लिखकर आगे कौशल विकास के जरिये कुछ कर सकेंगे और दूसरों के लिए बोझ नहीं रहेंगे. हम लोग आज कैम्प के माध्यम से बच्चों की जांच करवा कर रजिस्ट्रेशन कर लिए हैं. बाल दिवस पर इनको उपकरण वितरित किए जाएंगे.
-सुधा जायसवाल, जिला समन्वयक, समेकित शिक्षा

बाराबंकीः दिव्यांगता के चलते कोई भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित न हो इसके लिए शासन ऐसे बच्चों को निशुल्क उपकरण देने जा रहा है. आगामी बाल दिवस के मौके पर जिले के 6 से 14 वर्ष के तकरीबन चार सौ दिव्यांग बच्चों को उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे. पहली बार मानसिक दिव्यांग बच्चों को विशेष किट डीजी प्लेयर भी दी जाएगी.

दिव्यांग बच्चों को सरकार देगी मुफ्त उपकरण.

उपकरण के लिए चार सौ बच्चों का हुआ चयन
दिव्यांगता के चलते कोई भी बच्चा पढ़ाई से वंचित न हो इसके लिए शासन पूरी तरह गम्भीर है. ऐसे सभी दिव्यांग बच्चों को शासन उपकरण देकर उनको मुख्यधारा में लाने के लिए प्रयास कर रहा है. जिले में कैम्प लगाकर 6 से 14 वर्ष के बच्चों का सोमवार को परीक्षण किया गया. जिले में दो स्थानों पर लगाये गए इस मेजरमेंट कैम्प में करीब चार सौ बच्चों का परीक्षण कर उन्हें उपकरण के लिए उपयुक्त पाया गया.

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बाल दिवस पर वितरित किए जाएंगे उपकरण
अब बाल दिवस यानी 14 नवम्बर को इन बच्चों को उपकरण दिए जाएंगे. चलने फिरने से मजबूर बच्चों को ट्राई साइकिल, छड़ी या व्हीलचेयर दी जाएगी तो श्रवण बाधित बच्चों को सुनने की मशीन उपलब्ध कराई जाएगी. पहली बार मानसिक दिव्यांग बच्चों को एक विशेष किट डीजी प्लेयर दी जाएगी. परिषदीय स्कूल इन बच्चों को डीवीडी और सीडी में उपलब्ध पाठ्यक्रम देंगे. इसी डीजी प्लेयर के जरिये बच्चे पढ़ाई करेंगे.

निश्चय ही दिव्यांगों को सरकार द्वारा मुख्यधारा में लाने का यह कदम सराहनीय है. इससे एक तो साक्षरता दर बढ़ेगी दूसरे दिव्यांग बच्चे भी पढ़-लिखकर आगे कौशल विकास के जरिये कुछ कर सकेंगे और दूसरों के लिए बोझ नहीं रहेंगे. हम लोग आज कैम्प के माध्यम से बच्चों की जांच करवा कर रजिस्ट्रेशन कर लिए हैं. बाल दिवस पर इनको उपकरण वितरित किए जाएंगे.
-सुधा जायसवाल, जिला समन्वयक, समेकित शिक्षा

Intro:बाराबंकी ,27 अगस्त ।दिव्यांगता के चलते कोई भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित न हो इसके लिए शासन ऐसे बच्चों को निशुल्क उपकरण देने जा रहा है । आगामी बाल दिवस के मौके पर जिले के 6 से 14 वर्ष के तकरीबन चार सौ दिव्यांग बच्चों को उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे । पहली बार मानसिक विकलांग बच्चों को एक विशेष किट डीजी प्लेयर दी जाएगी । परिषदीय स्कूलों द्वारा सीडी और डीवीडी में इनको पाठ्यक्रम उपलब्ध कराया जाएगा जिसको ये दिव्यांग इसी डीजी प्लेयर के जरिये पढ़ेंगे ।


Body:वीओ - दिव्यांगता के चलते कोई भी बच्चा पढ़ाई से वंचित न हो इसके लिए शासन पूरी तरह गम्भीर है । ऐसे सभी दिव्यांग बच्चों को शासन उपकरण देकर उनको मुख्यधारा में लाने के लिए प्रयास कर रहा है । इसके लिए जिले में कैम्प लगाकर 6 से 14 वर्ष के बच्चों का सोमवार को परीक्षण किया गया । जिले में दो स्थानों पर लगाये गए इस मेजरमेंट कैम्प में करीब चार सौ बच्चों का परीक्षण कर उन्हें उपकरण के लिए उपयुक्त पाया गया । अब बाल दिवस यानी 14 नवम्बर को इन बच्चों को उपकरण दिए जाएंगे । चलने फिरने से मजबूर बच्चों को ट्राई साइकिल , छड़ी या व्हील चेयर दी जाएगी तो श्रवण बाधित बच्चों को सुनने की मशीन उपलब्ध कराई जाएगी । पहली बार मानसिक दिव्यांग बच्चों को एक विशेष किट डेजी प्लेयर दी जाएगी । परिषदीय स्कूल इन बच्चों को डीवीडी और सीडी में उपलब्ध पाठ्यक्रम देंगे । इसी डेजी प्लेयर के जरिये बच्चे पढ़ाई करेंगे ।
बाईट- फुरकान , परिजन दिव्यांग
बाईट-फूलचंद , पिता दिव्यांग
बाईट- सुधा जायसवाल , जिला समन्वयक समेकित शिक्षा


Conclusion:निश्चय ही दिव्यांगों को सरकार द्वारा मुख्यधारा में लाने का ये कदम सराहनीय है । इससे एक तो साक्षरता दर बढ़ेगी दूसरे दिव्यांग बच्चे भी पढ़ लिखकर आगे कौशल विकास के जरिये कुछ कर सकेंगे और दूसरों के लिए बोझ नही रहेंगे ।
रिपोर्ट - अलीम शेख बाराबंकी
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