बाराबंकी: जिले की पुलिस ने बुधवार को मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले 4 तस्करों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने आरोपियों से 630 ग्राम मारफीन बरामद की. इसकी अंतर्राष्ट्रीय कीमत करीब 65 लाख रुपये बताई जा रही है. पकड़े गए तस्कर टिकरा के एक बड़े तस्कर से अवैध मारफीन लेकर लखनऊ और उसके आसपास के क्षेत्रों में बेचा करते थे. इस अवैध कमाई से ये अपने शौक को पूरा करते थे.
बताते चलें कि यहां की जैदपुर पुलिस ने बुधवार को मैनुअल इंटेलिजेंस के आधार पर मिली सूचना के बाद चार शातिर तस्करों को जैदपुर थाने के चंदौली नहर पुलिया के पास से उस वक्त गिरफ्तार कर लिया, जब वह अवैध मारफीन को बेचने के लिए लखनऊ लेकर जा रहे थे. आरोपियों से अवैध मारफीन के साथ 7 मोबाइल फोन, 2 घड़ियां, 1570 रुपये नकद, एक बाइक और एक स्कूटी बरामद की गई है.
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पकड़े गए तस्करों में मो. हसनैन मूल रूप से बदोसराय थाने के मरकामऊ गांव का रहने वाला है. यह लखनऊ के विकासनगर थाने के खुर्रमनगर में रहता है. हसनैन बहुत ही शातिर अपराधी है. यह बदोसराय थाने का हिस्ट्रीशीटर है. इसके खिलाफ लखनऊ और बाराबंकी के विभिन्न थानों में गंभीर धाराओं के 16 मुकदमे दर्ज हैं. दूसरे आरोपी का नाम राशिद है, जो लखनऊ के गाजीपुर थाने के इंदिरानगर बसतौली का रहने वाला है. इसके विरुद्ध लखनऊ के गाजीपुर थाने में 3 मुकदमे दर्ज हैं. पकड़े गए तीसरे आरोपी का नाम नूरुल हसन है, जो रामनगर थाने के बुढ़वल का रहने वाला है. चौथा आरोपी यूसुफ लखनऊ के गाजीपुर थाने के लवकुशनगर इंदिरानगर का रहने वाला है.
पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि तस्करों ने पुलिस को पूछताछ के दौरान बताया कि उनका एक गैंग है जो अवैध मारफीन बेचने का काम करता है. मारफीन बेचने से प्राप्त पैसों से वह अपने शौक पूरे करता है. पकड़े गए तस्करों को यहां के चर्चित गांव टिकरा उसमा निवासी एक व्यक्ति के द्वारा मारफीन बेचने के लिए दी जाती है, जिसे ये लोग लखनऊ और आसपास के जिलों में ले जाकर बेचते हैं. अब बाराबंकी पुलिस उस व्यक्ति और इस गैंग से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुट गई है.
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