बाराबंकी: जुलाई में होने वाले पौधरोपण महाभियान के दौरान रिकॉर्ड बनाने के लिए बाराबंकी के वन विभाग ने अभी से कमर कस ली है. वन कर्मियों को इसके लिए बाकायदा प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इस बार फलदार वृक्षों के पौधे लगाने पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है. इससे लोग पौधों की सुरक्षा में दिलचस्पी ले सकें. प्रशिक्षण के दौरान कर्मचारियों को गड्ढे खोदान से लेकर पौधरोपण तक अपनाई जाने वाली सारी प्रक्रिया की बारीकियां बताई जा रही हैं.
ज्यादा से ज्यादा हो पौधारोपण
पौधरोपण में वन विभाग के साथ-साथ अन्य सरकारी विभाग और किसान भी हिस्सा लेते हैं. इन विभागों और किसानों को वन विभाग ही पौध उपलब्ध कराता है. पहली बार वन विभाग के कर्मचारी ग्रामीणों और किसानों के बीच जाकर उनकी पसंद की प्रजाति का आकलन करेंगे, जिससे ज्यादा से ज्यादा पौधरोपण किया जा सके.
पिछले वर्षों में हुआ पौधरोपण
वर्ष 2019 में जिले में पौधारोपण का कुल लक्ष्य 44 लाख 06 हजार था. इसमें वन विभाग का लक्ष्य 14 लाख 31 हजार पौधे लगाना था. वर्ष 2020 में जिले का कुल लक्ष्य 46 लाख 2 हजार पौधे लगाना था. इसमें से वन विभाग का लक्ष्य 21 लाख पौधे लगाना था. वर्ष 2021 में जिले का कुल लक्ष्य 51 लाख 95 हजार पौधे लगाना है. इसमें से वन विभाग का लक्ष्य 23 लाख 24 हजार पौधे लगाने का है.
बड़ी मुसीबत का करना पड़ेगा सामना
हरियाली बचाने और बढ़ाने की जिम्मेदारी वन विभाग की है, लेकिन दिनोंदिन प्रदूषित हो रहे पर्यावरण को बचाने में हम सब ने अपनी जिम्मेदारी महसूस नहीं की, तो आने वाले समय में आम जनमानस को बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा.