बाराबंकीः प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत गरीबों को दिए जाने वाले अनाज में इस बार भ्रष्टाचार और अनियमितता पर लगाम लगाने के लिए शासन ने खास व्यवस्था की है. खाद्यान्न वितरण की मॉनिटरिंग के लिए जनप्रतिनिधियों की ड्यूटी लगाई गई है. गुरुवार को बाराबंकी में जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में खाद्यान्न का वितरण शुरू किया गया. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना से दो महीने और अगले महीने से योगी सरकार की ओर से लगातार तीन महीने तक गरीबों को फ्री में खाद्यान्न दिया जाएगा. योजना की शुरुआत के पहले दिन गुरुवार को 56632 राशनकार्ड धारकों को खाद्यान्न का वितरण किया गया.
गरीबों को फ्री अनाज योजना
बताते चलें कि कोरोना महामारी के चलते पिछले वर्ष लगाए गए लॉकडाउन से गरीबों के पास खाने की समस्या खड़ी हो गई थी, जिसको देखते हुए पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की शुरुआत की थी. इसके तहत तीन महीने फ्री अनाज दिया गया था. इस बार फिर गरीबों के पास जीविका की समस्या को देखते हुए मई और जून में फ्री राशन दिया जाएगा.
योगी सरकार भी 3 महीने देगी मुफ्त अनाज
इसी तरह योगी सरकार ने भी जून से तीन महीने तक फ्री राशन देने का ऐलान किया है. इस योजना के तहत प्रत्येक राशन कार्ड जिसमें अंत्योदय और पात्र गृहस्थी को प्रति यूनिट 5 किलो अनाज फ्री में दिया जाएगा. इसमें तीन किलो गेहूं और 2 किलो चावल शामिल हैं. जिला पूर्ति अधिकारी एसवी शाही ने बताया कि जिले में 26 लाख 29 हजार यूनिट हैं.
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जनप्रतिनिधियों की देखरेख में शुरू हुआ वितरण
हरख ब्लॉक के ग्राम पंचायत हरख में सांसद उपेंद्र रावत की देखरेख में राशन बांटा गया. फतेहपुर ब्लॉक के सरैया मातबर नगर में कुर्सी विधायक साकेन्द्र वर्मा तो हैदरगढ़ ब्लॉक के सीथूमऊ गांव में हैदरगढ़ विधायक बैजनाथ रावत की देखरेख में अनाज बांटा गया. रामनगर ब्लॉक के सिरौली कला गांव में रामनगर विधायक शरद अवस्थी और दरियाबाद में दरियाबाद विधायक सतीश शर्मा ने खाद्यान्न वितरित कराया. पूर्ति विभाग के अनुसार पहले दिन 56632 राशन कार्ड धारकों को अनाज का वितरण किया गया.
भ्रष्टाचार और घोटाला रोकने के लिए जनप्रतिनिधि कर रहे निगरानी
सांसद उपेंद्र रावत ने बताया कि कोई भी गरीब पात्र योजना से वंचित न रहे इसके लिए 31 मई तक राशन वितरण किया जाना है. यही नहीं राशन वितरण में कोई भ्रष्टाचार और घोटाला न हो इसके लिए जनप्रतिनिधियों की ड्यूटी लगाई गई है जो अपने-अपने क्षेत्रों में वितरण की निगरानी करेंगे.