बाराबंकीः 'जो रब है वहीं राम' का संदेश देकर पूरी दुनिया में एकता और भाईचारे का संदेश देने वाले मशहूर सूफी संत हाजी वारिस अली शाह के पिता की याद में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में होने वाले ऐतिहासिक देवां मेले का मंगलवार शाम को रंगारंग कार्यक्रमों के साथ शुभारंभ किया गया. इस दौरान डीएम की पत्नी आईएएस शीतल वर्मा ने फीता काटकर मेले का उद्घाटन किया. साथ ही डीएम डॉ. आदर्श सिंह ने गंगा-जमुनी परम्परा का निर्वहन करते शांति के प्रतीक कबूतरों को छोड़ा.
ऐतिहासिक देवा मेले का शुभारंभ
बाराबंकी-फतेहपुर मार्ग पर स्थित देवां शरीफ कस्बे में मशहूर सूफी संत हाजी वारिस अली शाह के पिता कुर्बान अली शाह की याद में लगने वाले मेले की पूरे देश में पहचान है. मंगलवार शाम डीएम की पत्नी आईएएस शीतल वर्मा ने फीता काटकर मंगलवार की शाम देवां मेले का शुभारंभ किया. प्रशासन की देख-रेख में करीब एक महीने तक लगने वाले इस मेले में लाखों की भीड़ आती है. साथ ही इस दौरान जिलाधिकारी ने शांति के प्रतीक कबूतर भी छोड़े.
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देवां सिर्फ वारसी पंथ के लिए ही श्रद्धा का केंद्र नहीं बल्कि सभी सम्प्रदायों के लिए श्रद्धा का केंद्र है. मेरा सौभाग्य है कि मुझे इसका उद्घाटन करने का मौका मिला है.
-शीतल वर्मा, आईएएस