सहारनपुर: जिले में छात्र संघर्ष समिति का धरना आठवें दिन भी जारी है. छात्र संघर्ष समिति तीन मांगों को लेकर धरना दे रही है. यह धरना 2019-2020 में छात्रों को छात्रवृत्ति न मिलने, जिन भर्तियों का परिणाम आ चुके हैं, उनकी जल्द नियुक्ति और नि:शुल्क प्रवेश को लेकर किया जा रहा है. छात्र संघर्ष समिति ने जल्द मांगे नहीं माने जाने पर भूख हड़ताल की चेतावनी दी है. छात्रों के इस धरने को अब दूसरे संगठनों का भी समर्थन मिलता दिख रहा है.
सहारनपुर में पिछले लगातार 8 दिनों से छात्र संघर्ष समिति का धरना हकीकत नगर धरना स्थल पर चल रहा है. छात्र संघर्ष समिति की मांग है कि सरकार द्वारा 2019-2020 में छात्रों की छात्रवृत्ति अभी तक नहीं दी गई, साथ ही साथ सरकार द्वारा जीरो बैलेंस पर एडमिशन की प्रक्रिया भी समाप्त कर दी गई, जिसको उन्होंने जल्द लागू करने की मांग की है. वहीं जिन छात्रों ने परीक्षा दे दी है, उनकी जल्द से जल्द नियुक्ति की जाए. छात्र संघर्ष समिति ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर उनकी मांगे जल्दी नहीं मानी गई तो वह भूख हड़ताल करने को बाध्य होंगे. वहीं संघर्ष समिति को विभिन्न संगठनों का समर्थन भी मिला.
पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष संजीव दुर्जन ने बताया कि आज छात्र संघर्ष समिति के धरने का आठवां दिन है, जिसमें प्रधानों के संगठन, जिला पंचायतों के संगठन, समाजवादी पार्टी की यूथ विंग और अन्य सामाजिक संगठनों ने समर्थन दिया है. इसमें छात्र संघर्ष समिति की मांग है कि 2019-2020 की छात्रों की छात्रवृत्ति अभी तक नहीं आई, सरकार ने जो जीरो बैलेंस पर एडमिशन कैंसिल किए हैं, जीरो बैलेंस पर छात्रों के एडमिशन होने चाहिए. साथ ही साथ जिन भर्तियों का परीक्षा परिणाम आ चुका है उनको सरकार नियुक्ति दें. अगर सरकार ने हमारी मांगें जल्द नहीं मानी तो 2 दिन के बाद हम लोग भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे और जब तक सरकार मांगों को पूरा नहीं करती तब तक यह धरना जारी रहेगा.