बाराबंकी: जनपद के प्रत्येक थानों में तैनात बाल कल्याण पुलिस अधिकारी अपने क्षेत्र के लोगों को किशोर न्याय अधिनियम के प्रति जागरूक करेंगे. अपने क्षेत्र में किशोरों के साथ होने वाली किसी भी प्रकार की घटनाओं पर नजर रखेंगे. लावारिस पाए जाने वाले नवजात शिशु और बाल श्रम में लगे किशोरों की पूरी जानकारी कर जिले की चाइल्ड वेलफेयर कमेटी को सूचित करेंगे ताकि किशोरों के साथ हो रहे अपराधों को कम किया जा सके.
शुक्रवार को इनसे जुड़े विभागों के अधिकारियों और पुलिस विभाग ने इस बाबत मंथन कर अभियान चलाने का फैसला किया. बाराबंकी पुलिस लाइन सभागार में आयोजित वर्कशाप में शुक्रवार को जिले में हो रहे किशोर न्याय अधिनियम को लेकर बाल कल्याण पुलिस अधिकारियों और इनसे जुड़े विभागों के अधिकारियों को जागरूक किया गया. वर्कशाप की अध्यक्षता कर रहे एडिशनल एसपी ने थानों पर तैनात अधिकारियों को इसके अनुपालन के निर्देश दिए.
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बाल अधिकारों को लेकर काम करने वाली संस्थाओं श्रम विभाग, चाइल्ड वेलफेयर कमेटी और प्रोबेशन विभाग के अधिकारियों और कई स्वयंसेवी संस्थाओं समेत सभी थानों पर तैनात बाल कल्याण पुलिस अधिकारियों के साथ वर्कशॉप आयोजित हुई. इस वर्कशॉप में यह निकल कर आया कि साल 2015 में बने किशोर न्याय अधिनियम की आम जनमानस को ठीक ढंग से जानकारी नहीं है. लिहाजा इसका ठीक ढंग से अनुपालन नहीं हो पा रहा है. इसके लिए सभी को सामूहिक रूप से आगे आना होगा.