बाराबंकी: जिले के टिकैतनगर में एक कार्यक्रम में शामिल होने आए अवध क्षेत्र के भाजपा किसान मोर्चा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष प्रमेंद्र विक्रम सिंह से ईटीवी ने खास बातचीत की. बातचीत में प्रमेंद्र विक्रम सिंह ने किसान आंदोलन पर टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि जो देश में किसानों के नाम पर धरना चल रहा है, वह सरकार को बदनाम करने के लिए वामपंथियों की एक साजिश है.
भाजपा किसान मोर्चा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष प्रमेंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि चाहे अनुच्छेद 370 का मामला हो, चाहे एनआरसी का मामला हो, चाहे सीएए का मामला हो, सारे धरने अंतर्राष्ट्रीय स्तर से आयोजित किए जा रहे हैं. ये सब धरने सरकार को बदनाम करने के लिए हैं. आम किसान को इससे कोई वास्ता नहीं है.
प्रमेंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि यह पहली सरकार है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की, जो गांव-गरीबों को समर्पित है. यह पहली सरकार है, जिसने किसानों के सम्मान में छह हजार सम्मान निधि के रूप में हर साल देने का फैसला किया है.
प्रमेंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि किसानों को लाभकारी मूल्य दिलाने के लिए शासन के द्वारा कदम उठाया गया है. अभी हम एमएसपी दे रहे हैं. एमएसपी का मतलब 'प्राइस न्यूनतम समर्थन मूल्य' नहीं होता है, जो धरने पर बैठे लोग समझ रहे हैं. एमएसपी का मतलब 'न्यूनतम समर्थन मूल्य' होता है, जिसको कृषि कानूनों में खत्म नहीं किया गया है.
प्रमेंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि सरकार ने कहा था कि 2022 तक किसानों की आय दोगनी करेंगे. उसी के तहत यह कदम उठाया गया है. हमारी सरकार के झुकने, रुकने और अटकने का कोई सवाल नहीं उठता है. जब कमजोर सरकार होती थी तो धरना-प्रदर्शन के माध्यम से सरकारों को झुकाने का काम किया जाता था. आज पीएम मोदी और सीएम योगी के नेतृत्व में बहुमत की सरकार चल रही है. जनता ने सरकार को भारी बहुमत दिया है, जो जन आकांक्षाओं के मुद्दे हैं उन पर केंद्र सरकार पूर्ण रूप से काम कर रही है.