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बाराबंकी में दूरबीन से कान में छेद का सफल ऑपरेशन, देखें क्या होते हैं बीमारी के लक्षण - दूरबीन से कान में छेद का ऑपरेशन

बाराबंकी के जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने ये सफल ऑपरेशन किया. डॉक्टरों का दावा है कि प्रदेश में ऐसा ऑपरेशन करने वाला सरकारी अस्पताल बाराबंकी जिला अस्पताल बन गया है.

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Published : May 29, 2023, 10:58 PM IST

बाराबंकी: यूपी के बाराबंकी के जिला अस्पताल ने एक उपलब्धि हासिल की है. अस्पताल में दूरबीन विधि से एक मरीज के कान का सफल ऑपरेशन (endoscopic tympanoplasty) किया गया है. डॉक्टरों का दावा है कि प्रदेश के सरकारी जिला चिकित्सालयों में बाराबंकी जिला अस्पताल पहला ऐसा अस्पताल हो गया है जिसे यह उपलब्धि हासिल हुई है.

अभी तक बड़े मेडिकल कॉलेजों में दूरबीन विधि से कान के ऑपरेशन होते थे लेकिन, अब इसका ऑपरेशन बाराबंकी के जिला अस्पताल में भी मुमकिन है. चार दिन पहले बाराबंकी के पुरुष जिला अस्पताल में ईएनटी डॉ. सायमा अजीम ने यह कारनामा कर दिखाया है. दावा किया जा रहा है कि सूबे का यह पहला अस्पताल है, जहां दूरबीन विधि से कान का सफल ऑपरेशन किया गया है.

डॉ. सायमा अजीम ने बताया कि सफदरगंज थाना क्षेत्र के रामपुर कटरा की रहने वाली मुन्नी पत्नी नफीस अहमद उम्र करीब 38 वर्ष का 25 मई को जिला अस्पताल में सफल ऑपरेशन किया गया. कान जैसे संवेदनशील अंग का ऑपरेशन बहुत ही टफ माना जाता है. पहले इसका ऑपरेशन चीरा लगाकर किया जाता था, जिसमें मरीज को हफ्तों अस्पताल में रहना पड़ता था लेकिन, अब इसका ऑपरेशन महज डेढ़ घण्टे में ही हो जा रहा है. यही नहीं मरीज उसी दिन घर भी चला जाता है.

डॉ. सायमा ने बताया कि कान की बहुत सी बीमारियां हैं, जिनमें से एक है कान के पर्दे में छेद होना. इसके सामान्य लक्षण हैं, कान का बहना और सुनाई कम देना. इस खतरनाक बीमारी को नजरअंदाज करने से कान के अंदर सुनाई देने वाली हड्डियां गलने लगती हैं, जिससे चक्कर, उल्टी, चेहरे का टेढ़ापन और दिमागी बुखार भी हो सकता है. जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. ब्रजेश सिंह ने बताया कि जिला अस्पताल दिनों दिन हाईटेक हो रहा है. अब मरीजों को बड़े शहरों की ओर भागने की जरूरत नही.

क्या है टिम्पेनोप्लास्टीः टिम्पेनोप्लास्टी एक नेचुरल या सिंथेटिक ग्राफ्ट का इस्तेमाल करके छेद किए हुए ईयरड्रम की सर्जिकल मरम्मत है. यह बच्चों में एक सामान्य प्रक्रिया है क्योंकि उनमें आकस्मिक ईयरड्रम का टूटना बहुत आम बात है. टिम्पेनोप्लास्टी प्रोसेस द्वारा तकरीबन डेढ़ से दो घण्टे में ऑपरेशन कर ईयरड्रम की मरम्मत कर दी जाती है.

यह भी पढे़ं: बाराबंकी में नहर से निकालकर सरयू में छोड़ी गई डॉल्फिन, 40 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन

बाराबंकी: यूपी के बाराबंकी के जिला अस्पताल ने एक उपलब्धि हासिल की है. अस्पताल में दूरबीन विधि से एक मरीज के कान का सफल ऑपरेशन (endoscopic tympanoplasty) किया गया है. डॉक्टरों का दावा है कि प्रदेश के सरकारी जिला चिकित्सालयों में बाराबंकी जिला अस्पताल पहला ऐसा अस्पताल हो गया है जिसे यह उपलब्धि हासिल हुई है.

अभी तक बड़े मेडिकल कॉलेजों में दूरबीन विधि से कान के ऑपरेशन होते थे लेकिन, अब इसका ऑपरेशन बाराबंकी के जिला अस्पताल में भी मुमकिन है. चार दिन पहले बाराबंकी के पुरुष जिला अस्पताल में ईएनटी डॉ. सायमा अजीम ने यह कारनामा कर दिखाया है. दावा किया जा रहा है कि सूबे का यह पहला अस्पताल है, जहां दूरबीन विधि से कान का सफल ऑपरेशन किया गया है.

डॉ. सायमा अजीम ने बताया कि सफदरगंज थाना क्षेत्र के रामपुर कटरा की रहने वाली मुन्नी पत्नी नफीस अहमद उम्र करीब 38 वर्ष का 25 मई को जिला अस्पताल में सफल ऑपरेशन किया गया. कान जैसे संवेदनशील अंग का ऑपरेशन बहुत ही टफ माना जाता है. पहले इसका ऑपरेशन चीरा लगाकर किया जाता था, जिसमें मरीज को हफ्तों अस्पताल में रहना पड़ता था लेकिन, अब इसका ऑपरेशन महज डेढ़ घण्टे में ही हो जा रहा है. यही नहीं मरीज उसी दिन घर भी चला जाता है.

डॉ. सायमा ने बताया कि कान की बहुत सी बीमारियां हैं, जिनमें से एक है कान के पर्दे में छेद होना. इसके सामान्य लक्षण हैं, कान का बहना और सुनाई कम देना. इस खतरनाक बीमारी को नजरअंदाज करने से कान के अंदर सुनाई देने वाली हड्डियां गलने लगती हैं, जिससे चक्कर, उल्टी, चेहरे का टेढ़ापन और दिमागी बुखार भी हो सकता है. जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. ब्रजेश सिंह ने बताया कि जिला अस्पताल दिनों दिन हाईटेक हो रहा है. अब मरीजों को बड़े शहरों की ओर भागने की जरूरत नही.

क्या है टिम्पेनोप्लास्टीः टिम्पेनोप्लास्टी एक नेचुरल या सिंथेटिक ग्राफ्ट का इस्तेमाल करके छेद किए हुए ईयरड्रम की सर्जिकल मरम्मत है. यह बच्चों में एक सामान्य प्रक्रिया है क्योंकि उनमें आकस्मिक ईयरड्रम का टूटना बहुत आम बात है. टिम्पेनोप्लास्टी प्रोसेस द्वारा तकरीबन डेढ़ से दो घण्टे में ऑपरेशन कर ईयरड्रम की मरम्मत कर दी जाती है.

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