बाराबंकी : भोजपुरी फिल्मों में बढ़ रही अश्लीलता को लेकर कई निर्माता निर्देशक दुखी हैं. इनका कहना है कि इसको खत्म करने के लिए भोजपुरी फ़िल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को आगे आना चाहिए. यही नहीं कई महिला कलाकारों का कहना है कि फ़िल्म में काम देने के नाम पर महिलाओं का शोषण हो रहा है.
बाराबंकी अब भोजपुरी फ़िल्म निर्माताओं के लिए रास आने लगा है. पिछले महीने जहां एक भोजपुरी फ़िल्म की शूटिंग हुई थी, वहीं अब एक और फ़िल्म 'हकीकत राखी और सिंदूर की' शूटिंग शुरू होने जा रही है. फ़िल्म के निर्माता, निर्देशक, गीतकार और लेखक ज्यादातर टीम बिहार की रहने वाली है, लेकिन कलाकार स्थानीय हैं.
दरअसल, बाराबंकी में अच्छे लोकेशन के साथ-साथ यहां का माहौल और यहां के लोगों का सहयोग इन लोगों को बाराबंकी खींच लाया. फ़िल्म निर्माता बिनोद कुमार ने बताया कि वर्तमान समय मे भोजपुरी फिल्मों का अंदाज बदल गया है. फिल्मों में अश्लीलता बढ़ने लगी है. इनका कहना है इस अश्लीलता को कोई एक नहीं खत्म कर सकता है, बल्कि इसके लिए सभी फ़िल्म मेकर्स को आगे आना चाहिए.
बिनोद कुमार ने कहा कि अच्छी और साफ सुथरा फिल्में बनें. स्थानीय और ग्रामीण अंचलों के कलाकारों को मौका दिया जाये ताकि उनकी प्रतिभा का निखार हो. स्वस्थ मनोरंजन परोसकर समाज में भारी बदलाव किया जा सकता है. इस मौके पर महिला कलाकारों ने इंडस्ट्री की बुराई को भी उजागर किया.
महिला कलाकारों ने बताया कि कई फ़िल्म मेकर महिलाओं का उत्पीड़न करते हैं. महिला कलाकारों ने इस क्षेत्र में आने का शौक रखने वाली दूसरी लड़कियों को नसीहत दी कि अगर कोई भी फ़िल्म मेकर उनका उत्पीड़न करे तो उसको सार्वजनिक करते हुए विरोध करें और उसके खिलाफ आवाज उठाएं.