बाराबंकी : जनपद में किसी धातु की प्लेट पर राम, लक्ष्मण और सीता की मूर्ति बनाकर और उस पर अंग्रेजी में ईस्ट इंडिया कम्पनी 1818 अंकित कर भोले भाले लोगों को इसे अष्टधातु की प्लेट बताकर उनसे ठगी करने वाले एक शातिर गिरोह का खुलासा हुआ है. पुलिस ने गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से धातु की प्लेट समेत कई मोबाइल भी बरामद किए गए हैं. ये ठग शातिर इतने कि प्लेट को असली जताने के लिए ये एक खास किस्म की प्रक्रिया अपनाते थे, जिससे लोग आसानी से इनके झांसे में आ जाते थे.
जानकारी के मुताबकि, रामसनेही घाट थाने (Ramsnehi Ghat Police Station) की पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ लोग पूजा पाठ और अष्टधातु की प्रतिमाओं का प्रपंच करके धोखा देकर लोगों के साथ ठगी कर रहे हैं. इस सूचना पर रामसनेहीघाट पुलिस ने शनिवार को लखनऊ-अयोध्या हाइवे पर नारायण ढाबा के पास खड़े पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए पांचों युवक अयोध्या जिले के रहने वाले हैं. इनमें कस्बा और थाना हैदरगंज निवासी दीपराज गुप्ता ,कोतवाली अयोध्या के उसरू निवासी गंगाराम गुप्ता,कैंट थाने के डाभा सेमर अशरफपुर निवासी आनंद सिंह,कोतवाली अयोध्या सिविल लाइन निवासी अतहर अहमद उर्फ सलीम,कोतवाली अयोध्या के शिवनगर कालोनी नियर सब्जी मंडी निवासी गिरजा शंकर हैं.
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वहीं, पुलिस ने इनके कब्जे से एक बैग बरामद किया, जिसमें एक प्लेट किसी मिश्रित धातु की मिली, जिस पर एक तरफ राम, लक्ष्मण और सीता की तस्वीर उभरी हुई थी. साथ ही अंग्रेजी में EAST INDIA COMPANY उभरा हुआ था. साथ ही वर्ष 1818 अंकित था. दूसरी तरफ भी अंग्रेजी में ईस्ट इंडिया कम्पनी अंकित था साथ ही बजरंगबली की आकृति उभरी हुई थी. पुलिस ने इनके मोबाइल चेक किए तो उसमें कई वीडियो मिले जिस पर बरामद प्लेट पर एक सुई घूमती हुई दिखाई दी.
बता दें कि, पूछताछ में इन ठगों ने बताया कि वे पूजा पाठ के नाम पर लोगों को इस तरह की प्लेट दिखाते हैं और उसे अष्टधातु की बताते हैं. ये प्लेट असली जताने के लिए धोखाधड़ी कर उनको प्लेट पर सुई रखकर दिखाते हैं, जो ये नाचने लगती है तो लोग इसे सच मान लेते हैं और फिर प्लेट को 03 लाख रुपये तक बेच लेते हैं.इन्होंने अब तक कई लोगो को ठगने की बात कुबूल की है.