बाराबंकी: घर- घर जाकर बाहर से आए लोगों का ब्यौरा इकट्ठा कर रही आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और आशा बहुओं में अनजाने भय का माहौल है. दरअसल इनके पास अपनी सुरक्षा के संसाधन नहीं हैं. इन्हें न तो मास्क दिए गए और न ही दस्ताने. ये सभी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए किसी तरह अपनी ड्यूटी कर रहीं हैं.
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां निभा रहीं जिम्मेदारी
कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जिला प्रशासन हर संभव कोशिश कर रहा है. जिले का पूरा स्वास्थ्य विभाग इस मुहिम अपना सहयोग दे रहा है. आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और आशा बहूओं को भी जिम्मेदारी दी गई है. इन्हें अपने-अपने क्षेत्रों में बाहर से आए लोगों का ब्यौरा इकट्ठा करना है.
नहीं मिले मास्क और दस्ताने
गुरुवार को आंगनबाड़ी कार्यकत्री शशि शुक्ला और आशा बहू संध्या की दो सदस्यीय टीम रेलवे स्टेशन की कॉलोनी में सर्वे कर रही थी. दोनों ने ईटीवी भारत को अपना दर्द बताया और कहा कि उन्हें कोई भी सुरक्षा के संसाधन नहीं मिले हैं. अपने पास से जैसे-तैसे से इंतजाम करके वे इस काम को कर रहीं हैं.