बाराबंकी : (Ambulance Strike) बाराबंकी जिले में एंबुलेंस सेवा ठप कर हड़ताल कर रहे कर्मियों के खिलाफ प्रशासन सख्त हो गया है. शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाते हुए कार्रवाई तेज कर दी है. जिला प्रशासन ने 04 नामजद और 70 अज्ञात आंदोलनकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर किया है. साथ ही आंदोलन को धार दे रहे चारो नामजद कर्मचारियों को गिरफ्तार भी कर लिया है. दूसरी तरफ कम्पनी के स्थानीय मैनेजर द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से जिले में संचालित एंबुलेंस चालकों से गाड़ी को हैंडओवर कराकर, दूसरे चालकों से चलाने की व्यवस्था बनाई जा रही है.
आप को बता दें, जिले में कुल 84 एंबुलेंस संचालित हो रही हैं. इनमें 04 एएलएस, 102 सेवा की 44 और 108 सेवा की 36 एंबुलेंस शामिल हैं. इन पर तैनात कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं. इस आंदोलन की वजह से बीमार मरीजों को अस्पताल में भर्ती के लिए आने-जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. शासन ने इस गम्भीर समस्या को महसूस करते हुए, इन हड़ताली कर्मचारियों को ड्यूटी पर लौट आने का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन ये राजी नहीं हुए.
कम्पनी के जिला प्रोग्राम मैनेजर मुकेश सिंह ने बताया कि जीवीके ईएमआरआई कम्पनी के निदेशक द्वारा दिये गए निर्देश पर सारे एंबुलेंस चालकों से गाड़ियां हैंडओवर ली जा रही हैं. जिला प्रशासन इन गाड़ियों के लिए पायलेट की व्यवस्था देगा, जिसके लिए एआरटीओ इन एंबुलेंसेज के लिए ड्राइवर उपलब्ध कराएगा. यही नहीं, सभी सीएचसी और पीएचसी को भी निर्देश दिए गए हैं कि वो अपने यहां से कम से कम एक पैरामेडिकल स्टाफ दें जो इन गाड़ियों पर ड्यूटी करेंगे.
जिले में इन सेवाओं का संचालन कराने वाले कम्पनी के प्रोग्राम मैनेजर मुकेश सिंह की तहरीर पर योगेश कुमार लोधी जिलाध्यक्ष, दिलीप कुमार महामंत्री, आनंद मिश्रा जिला प्रवक्ता और कृष्णा कुमार जिला संगठन मंत्री समेत 70 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है. इसमें पुलिस ने नामजद चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
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ऑडिटोरियम में हिरासत में लिए गए आंदोलनकारी एंबुलेंसकर्मी नगर के जीआईसी ऑडिटोरियम में अपनी अपनी एंबुलेंसेज खड़ी करके आंदोलन कर रहे थे. शासन के निर्देश पर गुरुवार को जिला प्रशासन ने पहुंचकर इन आन्दोलन कर्मियों को हिरासत में ले लिया. साथ ही इनसे कहा कि अगर वे काम नहीं करना चाहते हैं तो, गाड़ी की चाबी जमा करें.