बाराबंकी. पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट "आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना" का पात्र गरीबों को शत प्रतिशत लाभ दिलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने आयुष्मान कार्ड बनाने का विशेष अभियान शुरू किया है. 15 दिनों के लिए सोमवार से शुरू हुआ ये अभियान 9 अगस्त तक चलेगा.
इस अभियान में हर ब्लॉक के 04 जनसेवा केंद्रों और सीएचसी पर तैनात आरोग्य मित्रों की खास भूमिका रहेगी. इसके तहत आशा वर्कर गांव-गांव जाकर लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड बनवाने में मदद करेंगी. कोविड के चलते कार्ड बनने की धीमी गति को देखते हुए शासन के निर्देश पर विशेष अभियान शुरू किया गया है.
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शत-प्रतिशत कार्ड बनाने के लिए विशेष अभियान
15 दिनों तक चलने वाले इस विशेष अभियान में हर ब्लॉक के 4 जनसेवा केंद्र संचालकों और सीएचसी पर तैनात आरोग्य मित्रों को इस काम के लिए लगाया गया है. पात्र लाभार्थियों को इस योजना के लाभ की जानकारी देकर उनको कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित किया जाएगा. इस कार्य के लिए आशा वर्कर को लगाया गया है.
सीएमओ डॉ. रामजी वर्मा ने बताया कि हमारा पूरा प्रयास है कि लाभार्थियों को उनके दरवाजे पर ही जाकर गोल्डेन कार्ड बनाकर दिया जाय. इस वर्ष मई महीने में 154, जून महीने में 314 आयुष्मान कार्ड बनाये गए थे. कार्ड बनाने की गति धीमी पाए जाने पर डीएम ने संज्ञान लिया. इसमें तेजी लाने के निर्देश दिए. इसका नतीजा ये रहा कि 19 से 25 जुलाई तक 728 परिवारों के 2168 से ज्यादा कार्ड बनाए गए.
32 अस्पतालों में मिल रहा योजना का लाभ
सितंबर 2018 से शुरू हुई इस योजना के तहत प्रति परिवार प्रति वर्ष 05 लाख रुपये की मदद दी जाती है. इसमें अस्पताल में भर्ती होने से तीन दिन पहले की जांच और डॉक्टर के खर्च से लेकर डिस्चार्ज होने के 15 दिन बाद तक की दवाइयों और चेकअप का पूरा खर्चा दिया जाता है. जिले में कुल 32 अस्पतालों में इस योजना का लाभ उठाया जा सकता है जिसमें 10 प्राइवेट हॉस्पिटल शामिल हैं.