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बाराबंकी: दूसरे के नाम पर नौकरी कर रहे 11 फर्जी शिक्षक बर्खास्त - फर्जी नौकरी करने वाले 11 शिक्षक बर्खास्त

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में फर्जी दस्तावेज लगाकर दूसरे के नाम पर नौकरी कर रहे 11 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है. साथ ही इस मामले में दो शिक्षकों को जेल भी भेज दिया गया है.

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फर्जी नौकरी करने वाले 11 शिक्षक बर्खास्त.
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Published : Jan 9, 2020, 8:27 PM IST

बाराबंकीः जिले में दूसरे के नाम पर फर्जी नौकरी करने वाले 11 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है. दरअसल ये शिक्षक फर्जी दस्तावेजों के दम पर लंबे समय से नौकरी कर रहे थे. मामला संज्ञान में आने पर यह कार्रवाई जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने की है.

फर्जी नौकरी करने वाले 11 शिक्षक बर्खास्त.

दूसरों के नाम पर नौकरी कर रहे थे फर्जी शिक्षक
मामले में यह बात सामने आई है कि शिक्षक से लेकर खंड शिक्षा अधिकारी भी फर्जी तरीके से नौकरी कर रहे थे. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा जांच के बाद इनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं. सीएम योगी ने फर्जी तरीके से सरकारी सेवाओं का लाभ लेने वालों के खिलाफ जांच के आदेश दिए थे, जिसके बाद जांच में कई समय से दूसरों के नाम पर नौकरी करने वालों की सेवाएं समाप्त की जा रही हैं.

इसे भी पढ़ें- बलिया: 45 लेखपाल बर्खास्त, 38 पर 'ब्रेक इन सर्विस' की कार्रवाई

11 फर्जी शिक्षकों की सेवाएं की गईं समाप्त
बाराबंकी में 11 फर्जी शिक्षकों की सेवाएं समाप्त की जा चुकी है. जनपद के प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक के साथ-साथ खंड शिक्षा अधिकारी भी फर्जी पाए जाने की बात सामने आई है.

दो शिक्षकों को भेजा गया जेल
जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी वी पी सिंह ने बताया कि जिन शिक्षकों को लेकर संदेह की स्थिति पाई गई और शिकायतें मिली थीं, उन पर जांच कर कार्रवाई की गई. साथ ही उन्हें नोटिस भी जारी किया गया, लेकिन शिक्षकों ने नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया. ऐसे शिक्षक फर्जी दस्तावेज लगाकर दूसरे के नाम पर गलत तरीके से सेवारत थे. इस मामले में दो लोगों को जेल भी भेजा गया है.

बाराबंकीः जिले में दूसरे के नाम पर फर्जी नौकरी करने वाले 11 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है. दरअसल ये शिक्षक फर्जी दस्तावेजों के दम पर लंबे समय से नौकरी कर रहे थे. मामला संज्ञान में आने पर यह कार्रवाई जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने की है.

फर्जी नौकरी करने वाले 11 शिक्षक बर्खास्त.

दूसरों के नाम पर नौकरी कर रहे थे फर्जी शिक्षक
मामले में यह बात सामने आई है कि शिक्षक से लेकर खंड शिक्षा अधिकारी भी फर्जी तरीके से नौकरी कर रहे थे. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा जांच के बाद इनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं. सीएम योगी ने फर्जी तरीके से सरकारी सेवाओं का लाभ लेने वालों के खिलाफ जांच के आदेश दिए थे, जिसके बाद जांच में कई समय से दूसरों के नाम पर नौकरी करने वालों की सेवाएं समाप्त की जा रही हैं.

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11 फर्जी शिक्षकों की सेवाएं की गईं समाप्त
बाराबंकी में 11 फर्जी शिक्षकों की सेवाएं समाप्त की जा चुकी है. जनपद के प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक के साथ-साथ खंड शिक्षा अधिकारी भी फर्जी पाए जाने की बात सामने आई है.

दो शिक्षकों को भेजा गया जेल
जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी वी पी सिंह ने बताया कि जिन शिक्षकों को लेकर संदेह की स्थिति पाई गई और शिकायतें मिली थीं, उन पर जांच कर कार्रवाई की गई. साथ ही उन्हें नोटिस भी जारी किया गया, लेकिन शिक्षकों ने नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया. ऐसे शिक्षक फर्जी दस्तावेज लगाकर दूसरे के नाम पर गलत तरीके से सेवारत थे. इस मामले में दो लोगों को जेल भी भेजा गया है.

Intro: बाराबंकी , 9 जनवरी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जब से सरकारी सेवाओं का लाभ लेने वालों की जांच शुरू की तब से खुल रही है परतें. बाराबंकी जिले में उसी की नजीर पेश हुई है. दूसरे के नाम पर फर्जी नौकरी करने वाले 11 शिक्षक हुए हैं बर्खास्त. फर्जी दस्तावेजों के दम पर लंबे समय से कर रहे थे नौकरी. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने की कार्रवाई.


Body:यहां शिक्षक से लेकर खंड शिक्षा अधिकारी तक से फर्जी. जब जांच हुई तो पता चला और इनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जब से सरकारी सेवाओं का लाभ लेने वालों की जांच शुरू करवाई है, तब से छात्र लोगों की परत दर परत खुलती जा रही है . कई लंबे समय से दूसरों के नाम पर नौकरी करने वालों की सेवाएं समाप्त होती जा रही हैं.

सिर्फ बाराबंकी की बात करें तो यहां हाल ही में 11 फर्जी शिक्षकों की सेवाएं समाप्त हो चुकी है . आज इसका खुलासा खुद जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी ने किया.
बाराबंकी जनपद के प्राथमिक स्कूलों में फर्जीवाड़ा इस कदर था कि, यहां शिक्षक शिक्षक बल्कि खंड शिक्षा अधिकारी तक फर्जी निकले .
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकारी सेवाओं का लाभ ले रहे कर्मचारियों की जब से जांच शुरू की है ,तब से इस तरह के चौंकाने वाले परिणाम आ रहे हैं.

बाराबंकी के बेसिक शिक्षा अधिकारी वी पी सिंह ने बताया कि ,यहां जिन शिक्षकों पर शक हुआ था, या उनकी शिकायतें मिली तो , उन पर जांच करवाई गई , और गलत मिलने पर उन्हें नोटिस जारी किया गया. लेकिन उन्होंने नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया ,और गायब हो गए . पता चला कि ऐसे शिक्षक फर्जी दस्तावेज लगाकर या ,फिर दूसरे के नाम पर गलत तरीके से सेवारत थे. इसमें एक खंड शिक्षा अधिकारी के नाम पर भी नौकरी कर रहा था और दूसरे जिलों में अपना स्थानांतरण कराकर लगातार सेवारत था ,जिसकी सेवाएं समाप्त कर दी गई है ,2 लोगों को जेल भी भेज दिया गया है.


Conclusion:byte -

1- वी पी सिंह , जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी , बाराबंकी.




रिपोर्ट-  आलोक कुमार शुक्ला , रिपोर्टर बाराबंकी, 96284 76907
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