बांदा: जिले में चार दिन से लापता युवक का शव फांसी के फंदे से लटकता मिला. मृतक के परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए युवक के शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया और प्रदर्शन करने लगे. सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे, जिन्होंने लोगों की मांगों को लेकर उन्हें आश्वासन दिया. अधिकारियों से मिले आश्वासन के बाद लोगों ने जाम हटा दिया.
30 अक्टूबर की रात में एक युवक संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गया था, जिसका शव 2 नवंबर को चित्रकूट जिले में फांसी पर लटकता मिला था. इस घटना को चित्रकूट जिले की पुलिस आत्महत्या बता रही है तो वहीं युवक के परिजनों और ग्रामीणों के मुताबिक युवक की हत्या कर उसके शव को फांसी पर टांग दिया गया. मृतक के परिजनों का आरोप है कि गुमशुदगी की शिकायत कोतवाली में कई गई थी, लेकिन पुलिस ने तीन दिनों तक कोई कार्रवाई नहीं की.
संदीप का शव लेकर उसके परिजन अपने गांव पहुंचे और बांदा बबेरू रोड पर शव रखकर हत्या का आरोप लगाते हुए जाम लगा दिया, जिसके बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों शांत कराकर जाम खुलवाया.
हत्या का खुलासा और शस्त्र लाइसेंस दिए जाने की मांग
मृतक के परिजनों ने बताया कि "संदीप के गायब होने की जानकारी हमने स्थानीय पुलिस को दी थी, लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की और 3 दिन बाद उसका शव चित्रकूट में मिला था. संदीप की अपहरण कर हत्या की गई है इसलिए इस मामले की जांच कर हत्यारों को गिरफ्तार किया जाए. साथ ही परिवार की सुरक्षा को लेकर एक शस्त्र लाइसेंस भी दिया जाए."
अपर पुलिस अधीक्षक महेंद्र प्रताप चौहान ने बताया कि बबेरू कोतवाली क्षेत्र के देवरखा गांव में 30 अक्टूबर की रात में एक संदीप नाम का लड़का गायब हो गया था. उसका शव 2 नवंबर को चित्रकूट जिले के सीतापुर क्षेत्र में फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला था, जिसकी कल शिनाख्त हुई तो पता चला कि यह लड़का यहीं का रहने वाला था. पोस्टमार्टम होने के बाद मृतक के परिजन शव को लेकर अपने गांव लेकर चले गए. जहां पर मृतक के परिजन और यहां के ग्रामीणों की कुछ मांगे थी, जिनको पूरा करने को लेकर आश्वासन दिया गया है.