बांदा: इस बार धान की खरीद का जो लक्ष्य रखा गया था, उसे पूरा करने में एजेंसी असफल हुई हैं. धान की खरीद के लिए जिले में 41 केंद्र खोले गए थे, जिसमें धान की खरीद हुई. इस बार बांदा में लगभग 82,800 मीट्रिक टन खरीद का लक्ष्य रखा गया था.
28 फरवरी अंतिम तारीख थी, जिसमें 72,800 मीट्रिक टन धान की खरीद होनी थी. किसानों ने 11,904 मीट्रिक टन धान बेचा, जिनमें से 10,658 किसानों का तो भुगतान धान की खरीद करने वाली एजेंसियों ने कर दिया, लेकिन अभी बाकी किसानों का भुगतान एजेंसियों ने नहीं किया है. लगभग 2 करोड़ से अधिक रुपये किसानों का बकाया है.
इसके सापेक्ष 61,872 मीट्रिक टन ही धान की खरीद हुई है. वहीं सरकार ने 72 घंटे में किसानों द्वारा बेचे गए धान के भुगतान के लिए कहा था, लेकिन किसानों का भुगतान अभी तक पूरा नहीं हो सका है. क्षेत्रीय खाद्य नियंत्रक देवी प्रसाद ने बताया जो लक्ष्य दिया गया था. उसका सिर्फ 85 फीसदी ही खरीद हुई है. एजेंसियों पर जो पैसा किसानों का बकाया है, उसे जल्द से जल्द भुगतान करने के लिए आदेशित किया गया है. जल्द ही किसानों का भुगतान करा दिया जाएगा.