बांदा: जिले को पॉलीथिन मुक्त करने के लिए से जिला प्रशासन ने 'झोला युक्त पॉलीथिन मुक्त' अभियान शुरू कर दिया है. इस अभियान के तहत अधिकारियों ने पैदल मार्च निकाल लोगों से पॉलीथिन का उपयोग न करने की अपील की. साथ ही कपड़े के झोले का प्रयोग करने की अपील की. अभियान के तहत अधिकारियों ने दुकानदारों से शपथ पत्र भी भरवाया.
डीएम हीरालाल की अगुवाई में अधिकारी और व्यापार मंडल के लोगों ने बाजार में लगभग 2 किलोमीटर तक पैदल चल लोगों को पॉलीथिन का उपयोग न करने के लिए कहा. साथ ही दुकानदारों को कपड़ों से बने झोले भी नमूने के रूप में बांटे.
"झोला युक्त पॉलिथीन मुक्त बांदा"
आपको बता दें कि बांदा में पॉलीथिन का प्रयोग बंद करने को लेकर जिलाधिकारी ने अभियान शुरू कर दिया है. इस अभियान का नाम "झोला युक्त पॉलीथिन मुक्त बांदा" है. अभियान के तहत जिलाधिकारी हीरालाल ने बृहस्पतिवार शाम अधिकारियों के साथ बाजार भ्रमण किया. इस अभियान में उनके साथ व्यापार मंडल के लोग भी थे. शहर के बाबूलाल चौराहे से इस अभियान की शुरुआत हुई और मुख्य बाजार तक पॉलीथिन का प्रयोग न करने को लेकर लोगों को जागरूक किया गया. साथ ही जिलाधिकारी ने लोगों से शपथ पत्र भी भरवा कर लिया.
दुकानदारों ने की जिलाधिकारी के अभियान की तारीफ-
दुकानदारों ने जिलाधिकारी द्वारा शुरू की गई इस पहल की तारीफ करते हुए कहा कि पॉलीथिन का उपयोग बंद होना चाहिए. पॉलीथिन से पर्यावरण को बहुत नुकसान होता है.
जिलाधिकारी हीरालाल ने बताया कि पॉलीथिन को बंद करने को लेकर अभियान शुरू किया गया है. सभी को 15 दिन की मोहलत दी गई है कि पॉलीथिन का प्रयोग पूरी तरह से बंद कर दें. इसके बाद हम जुर्माने के रूप में कार्रवाई भी करेंगे. कुछ लोगों ने इसका पालन भी शुरू कर दिया है. कई जगह हमें कपड़े से बने झोले का प्रयोग करते दुकानदार और व्यवसाई नजर आए हैं.