बांदा: जिले में धान की खरीद न होने से परेशान किसान बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे. यहां उन्होंने अपर जिलाधिकारी को अपनी समस्या को लेकर ज्ञापन सौंपा. इसके साथ ही किसानों ने धान खरीद केंद्र खोले जाने की मांग की. किसानों का आरोप है कि केन्द्र प्रभारी उन्हें तमाम तरह की समस्या बताकर धान खरीदने से मना कर देते हैं. इससे वह काफी परेशान हैं.
डीएम से समस्या के निस्तारण की मांग की
नरैनी क्षेत्र के करतल इलाके के कई किसान बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे. किसानों ने धान खरीद न होने को लेकर अपर जिलीधिकारी को ज्ञापन सौंपा. किसानों ने डीएम से इस समस्या का निस्तारण करने की मांग की है.
अपर जिलाधिकारी ने दी जानकारी
अपर जिलाधिकारी संतोष बहादुर ने बताया कि जिले में धान की खरीद के लिए 43 धान खरीद केंद्र बनाए गए थे. जिसमें मार्केटिंग, पीसीएफ, फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया और समितियों के क्रय केंद्र थे. अभी हाल ही में फूड कमिश्नर के द्वारा दिए गए आदेश के क्रम में जो मार्केटिंग के अलावा अन्य खरीद केंद्र एजेंसियां है, उनके द्वारा खरीददारी बंद करने की अनुमति मांगी गई थी. इस पर फूड कमिश्नर ने अनुमति दे दी.
अभी भी चल रहे हैं आठ विपणन केंद्र
अपर जिलाधिकारी ने कहा कि इसके बाद जिले में कई केन्द्र बंद हो गए, लेकिन अभी जिले में विपणन के 8 केंद्र चल रहे हैं. यहां पर धान की खरीद की जा रही है. उन्होंने बताया कि जिस क्षेत्र से किसान आए थे. उन्हें बता दिया गया है कि वे अपना धान दूसरे धान खरीद केंद्रों में बेच सकते हैं. इस बार भुगतान की व्यवस्था पीएफएमएस के माध्यम से थी, जिसके चलते कुछ दिक्कतें आ रही थीं. इसी के चलते वह केंद्र बंद किए गए थे.