बलरामपुर: प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए लाख कोशिश कर रही हो, लेकिन भ्रष्टाचार लगातार अपनी जड़े गहरी करती चली जा रही है. ऐसा ही एक मामला जनपद के सदर विकास खंड से सामने आया है. जहां 3 करोड़ रुपये की लागत से बनी पानी की टंकी 3 महीने में ही ढह गई. मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला अधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं.
चेन्नई की एक कंपनी ने बलरामपुर जनपद में 199 पानी की टंकी निर्माण का काम मिला हुआ था. कंपनी सदर विकास खंड के केवलपुर गांव में डेढ़ लाख लीटर की क्षमता वाली एक पानी की टंकी का निर्माण की थी. टंकी का निर्माण कार्य 3 महीने पहले ही पूरा हुआ था. टंकी में पानी भरने के दौरान टैंक अचानक धमाके के साथ रविवार को फट गया. पानी का टैंक फटते ही आस-पास अफरा तफरी मच गई. लोग घबराकर जान बचाने के लिए भागने लगे. देखते ही देखते टंकी का भरा पानी गांव में लोगों के घरों में भर गया. पानी का टैंक फटने से टंकी परिसर की दीवारें भी भर-भरा कर गिर गई. इस घटना की जानकारी ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान और प्रशासनिक अधिकारियों को दी. सूचना पर टंकी का निर्माण करने वाली कंपनी के लोग मौके पर पहुंचकर मलबा हटाने पहुंच गए. साथ ही गांव की सड़कों पर भरे पानी को निकाल कर रास्ते सही करने में जुट गए. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और सरकार से मांग करते हुए कहा है कि मानक विहीन कराए जा रहे कार्यों को रोक कर घटना की जांच कराई जाए. जिससे भविष्य में कोई गंभीर हादसा होने से रोका जा सके.
डीएम अरविंद कुमार सिंह ने सोमवार को बताया कि सदर विकास खंड के केवलपुर गांव पानी का टैंक फटकर गिरने की जानकारी मिली है. घटना के जांच के लिए एसडीएम के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच कमेटी बना दी गई है. जल्द ही शासन को रिपोर्ट भेज दी जाएगी. जिससे शासन स्तर से उचित कार्रवाई की जा सके.
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