बलरामपुर: जिले में कृषि विभाग के गोदाम प्रभारी के पद पर तैनात कर्मचारी ने विभागीय अधिकारियों पर जातीय आधार पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाकर नदी में कूदकर आत्महत्या करने की धमकी दी है. गोदाम प्रभारी का राप्ती नदी पर खड़े होकर बनाया गया वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. गोदाम प्रभारी का वीडियो वायरल होते ही विभाग में हड़कंप मच गया है. वहीं, गोदाम प्रभारी के उत्पीड़न से नाराज कर्मचारियों ने बुधवार को उप निदेशक कार्यालय पर जमकर हंगामा किया और विरोध प्रदर्शन करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है.
कृषि विभाग के गोदाम प्रभारी सुनील कुमार का वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि छोटी जाति होने के कारण चार अफसरों द्वारा उनका उत्पीड़न किया जा रहा है. गोदाम प्रभारी ने एक कर्मचारी के नाम पर फर्जी साइन कर वेतन निकाले जाने का भी आरोप लगाया है. आरोप है कि कर्मचारी ड्यूटी पर कभी नहीं आता है फिर भी वेतन निकालने के लिए उन पर दबाव बनाया जाता है. वेतन न निकालने पर उत्पीड़न किया जाता है. वायरल वीडियो में आरोप लगाया है है कि असंवैधनिक कार्य न करने पर बिना कोई कारण या बिना कोई नोटिस के उन्हें निलंबित किया गया है.
वायरल वीडियो में सुनील कुमार ने कहा कि यदि उनकी मौत हो जाती है तो उसके लिए चार अफसर जिम्मेदार होंगे. गोदाम प्रभारी का वीडियो वायरल होते ही विभागीय अधिकारियों में हड़कंप मच गया. आनन फानन में सुनील कुमार का निलंबन वापस ले लिया गया.
कृषि उप निदेशक प्रभाकर सिंह ने गोदाम प्रभारी के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि कार्यवाही होने पर दबाव बनाने के लिए वीडियो वायरल किया गया है. गोदाम प्रभारी के निलंबन को वापस ले लिया गया है. विभागीय जांच के आदेश दिए गए है. उन्होंने कहा की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आगे कार्यवाही की जाएगी. दूसरी तरफ बुधवार को उत्पीड़न से नाराज कर्मचारियों ने उप निदेशक कृषि कार्यालय पर पहुंचकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.