ETV Bharat / state

बलरामपुर: मशाल जलाकर शिक्षकों ने किया विरोध प्रदर्शन, सरकार से की प्रेरणा ऐप हटाने की मांग

यूपी के बलरामपुर में गुरुवार को शिक्षकों ने प्रेरणा ऐप को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. शिक्षकों का कहना है कि हम अपनी जिम्मेदारियों को ईमानदारी से निभा रहे हैं. उनका कहना है कि सरकार को भी हमारी समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए.

प्रेरणा ऐप के खिलाफ शिक्षकों का प्रदर्शन
author img

By

Published : Oct 11, 2019, 6:27 AM IST

बलरामपुर: योगी सरकार ने विद्यालयों से गैरहाजिर रहने वाले शिक्षकों पर जब से नकेल कसने के लिए प्रेरणा ऐप को लागू किया है, तभी से शिक्षक महासंघ इसका विरोध कर रहे हैं. गुरुवार को शिक्षक महासंघ ने अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर जिले में सैकड़ों की संख्या में शिक्षकों ने सड़कों पर उतरकर शांतिपूर्ण ढंग से एक मशाल जुलूस निकाला.

मशाल जलाकर शिक्षकों ने किया विरोध प्रदर्शन.

शिक्षकों ने मशाल जुलूस निकालकर किया विरोध प्रदर्शन
शिक्षक महासंघ के बैनर तले एमपीपी इंटर कॉलेज से शिक्षकों का हुजूम मशाल जुलूस के साथ वीर विनय चौक के अमर शहीद विनय कायस्थ की प्रतिमा पर एकत्रित हुआ. इस दौरान प्राथमिक शिक्षक संघ और माध्यमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारी एवं सदस्यों ने अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर योगी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान शिक्षकों ने योगी सरकार की उन सभी नीतियों का विरोध किया जो शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए सही नहीं है. शिक्षकों ने स्कूल के इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने और अन्य व्यवस्थाओं को भी सुदृढ़ करने की मांग की.

इसे भी पढ़ें-UP के बलरामपुर में भारी बारिश, 100 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में

प्रदर्शन के दौरान शिक्षकों ने सरकार के तानाशाही रवैया को बदलने और शिक्षकों की समस्याओं को भी प्राथमिकता के आधार पर हल करने को कहा. जुलूस की अगुवाई कर रहे प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष ज्ञान सागर पाठक और माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष भगवती शुक्ल ने संयुक्त रूप से कहा कि हमारी 12 सूत्रीय मांगे हैं. इन मांगों को जब तक सरकार पूरा नहीं कर देती, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ दिनों में अगर हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो हम लखनऊ में लाखों की संख्या में एकत्रित होंगे. उन्होंने कहा कि हम अपनी जिम्मेदारियों को ईमानदारी से निभा रहे हैं.

सभी विभागों में लागू हो प्रेरणा ऐप
शिक्षिका दीप्ति ने कहा कि सरकार हमारी समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है. स्कूलों में तमाम तरह की परेशानियां है. इसलिए हम 12 सूत्रीय मांगों को लेकर यहां पर इकट्ठा हुए हैं. हमारी प्रमुख मांग यह है कि प्रेरणा ऐप में जो अशुद्धियां हैं उन्हें ठीक किया जाए. महिला शिक्षकों को दूर-दराज के इलाकों में जाने में परेशानी होती है. कई बार जो विद्यालय दूर-दराज के गांवों में बने हुए हैं. वहां तक तो पहुंचना भी आसान नहीं होता. ऐसे में 10-05 मिनट लेट होना स्वाभाविक है. सरकार को सभी विभागों के लिए प्रेरणा ऐप जैसा ही कुछ लांच करना चाहिए. जिससे सभी विभागों के कर्मचारी समय पर अपने कार्यालयों में पहुंच सकें.

बलरामपुर: योगी सरकार ने विद्यालयों से गैरहाजिर रहने वाले शिक्षकों पर जब से नकेल कसने के लिए प्रेरणा ऐप को लागू किया है, तभी से शिक्षक महासंघ इसका विरोध कर रहे हैं. गुरुवार को शिक्षक महासंघ ने अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर जिले में सैकड़ों की संख्या में शिक्षकों ने सड़कों पर उतरकर शांतिपूर्ण ढंग से एक मशाल जुलूस निकाला.

मशाल जलाकर शिक्षकों ने किया विरोध प्रदर्शन.

शिक्षकों ने मशाल जुलूस निकालकर किया विरोध प्रदर्शन
शिक्षक महासंघ के बैनर तले एमपीपी इंटर कॉलेज से शिक्षकों का हुजूम मशाल जुलूस के साथ वीर विनय चौक के अमर शहीद विनय कायस्थ की प्रतिमा पर एकत्रित हुआ. इस दौरान प्राथमिक शिक्षक संघ और माध्यमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारी एवं सदस्यों ने अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर योगी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान शिक्षकों ने योगी सरकार की उन सभी नीतियों का विरोध किया जो शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए सही नहीं है. शिक्षकों ने स्कूल के इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने और अन्य व्यवस्थाओं को भी सुदृढ़ करने की मांग की.

इसे भी पढ़ें-UP के बलरामपुर में भारी बारिश, 100 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में

प्रदर्शन के दौरान शिक्षकों ने सरकार के तानाशाही रवैया को बदलने और शिक्षकों की समस्याओं को भी प्राथमिकता के आधार पर हल करने को कहा. जुलूस की अगुवाई कर रहे प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष ज्ञान सागर पाठक और माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष भगवती शुक्ल ने संयुक्त रूप से कहा कि हमारी 12 सूत्रीय मांगे हैं. इन मांगों को जब तक सरकार पूरा नहीं कर देती, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ दिनों में अगर हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो हम लखनऊ में लाखों की संख्या में एकत्रित होंगे. उन्होंने कहा कि हम अपनी जिम्मेदारियों को ईमानदारी से निभा रहे हैं.

सभी विभागों में लागू हो प्रेरणा ऐप
शिक्षिका दीप्ति ने कहा कि सरकार हमारी समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है. स्कूलों में तमाम तरह की परेशानियां है. इसलिए हम 12 सूत्रीय मांगों को लेकर यहां पर इकट्ठा हुए हैं. हमारी प्रमुख मांग यह है कि प्रेरणा ऐप में जो अशुद्धियां हैं उन्हें ठीक किया जाए. महिला शिक्षकों को दूर-दराज के इलाकों में जाने में परेशानी होती है. कई बार जो विद्यालय दूर-दराज के गांवों में बने हुए हैं. वहां तक तो पहुंचना भी आसान नहीं होता. ऐसे में 10-05 मिनट लेट होना स्वाभाविक है. सरकार को सभी विभागों के लिए प्रेरणा ऐप जैसा ही कुछ लांच करना चाहिए. जिससे सभी विभागों के कर्मचारी समय पर अपने कार्यालयों में पहुंच सकें.

Intro:योगी सरकार ने विद्यालयों से गैरहाजिर रहने वाले शिक्षकों पर जबसे नकेल कसने के लिए प्रेरणा ऐप को लागू करने का विचार किया है। तभी से शिक्षक महासंघ इसका विरोध कर रहे हैं। यह विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है।
आज प्रदेश सरकार से अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर शिक्षक महासंघ के तत्वाधान में बलरामपुर जिले में भी शिक्षकों ने सैकड़ों की संख्या में सड़कों पर उतरकर शांतिपूर्ण ढंग से एक मशाल जुलूस निकाला। इस दौरान शिक्षकों ने न केवल योगी सरकार की उन तमाम नीतियों का विरोध किया, जो शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए सही नहीं है। बल्कि स्कूल के इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने व अन्य व्यवस्थाओं को भी सुदृढ़ करने की मांग की।


Body:शिक्षक महासंघ के बैनर तले एमपीपी इंटर कॉलेज से शिक्षकों का हुजूम मशाल जुलूस के साथ वीर विनय चौक पर स्थित अमर शहीद विनय कायस्थ की प्रतिमा पर एकत्रित हुआ। धरना प्रदर्शन में तब्दील हुआ यह मशाल जुलूस शिक्षक महासंघ की अगुवाई में आयोजित किया जा रहा था। इस दौरान प्राथमिक शिक्षक संघ व माध्यमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारी व सदस्य ने अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर योगी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन के दौरान शिक्षकों ने सरकार के तानाशाही रवैया को बदलने व शिक्षकों की समस्याओं को भी प्राथमिकता के आधार पर हल करने की मांग की।
जुलूस की अगुवाई कर रहे प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष ज्ञान सागर पाठक व माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष भगवती शुक्ल ने संयुक्त रूप से कहा कि हमारी 12 सूत्रीय मांगे हैं और इन मांगों को जब तक सरकार पूरा नहीं कर देती, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ दिनों में अगर हमारी मांगे नहीं पूरी की जाती है तो हम लखनऊ में लाखों की संख्या में एकत्रित होंगे।
उन्होंने कहा कि हम अपनी जिम्मेदारियों को ईमानदारी से निभा रहे हैं। अगर सरकार अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में फेल होती है। तो हम सरकार के खिलाफ लखनऊ में भी दम भरने का काम करेंगे।


Conclusion:इस दौरान हमसे बात करते हुए दीप्ति नाम की एक महिला शिक्षक ने कहा कि सरकार हमारी समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है। स्कूलों में तमाम तरह की परेशानियां है। इसलिए ही हम 12 सूत्रीय मांगों को लेकर यहां पर इकट्ठा हुए हैं। हमारी प्रमुख मांग यह है कि प्रेरणा ऐप में जो अशुद्धियां है उन्हें ठीक किया जाए। महिला शिक्षकों को दूर-दराज के इलाकों में जाने में परेशानी होती है। कई बार जो विद्यालय डोर दराज गांवों में बने हुए हैं। वहां तक तो पहुंचना भी आसान नहीं होता। ऐसे में 10 - 05 मिनट लेट होना स्वाभाविक है। अगर सरकार हमारी इन मांगों को नहीं समझती और नहीं सुलझा थी। तो उसे सभी विभागों के लिए प्रेरणा एक जैसा ही कुछ लांच करना चाहिए। जिससे सभी विभागों के कर्मचारी समय पर अपने कार्यालयों में पहुंच सकें।

बाईट क्रमश :-
01 :- दीप्ति, महिला शिक्षक
02 :- भगवती शुक्ला, जिलाध्यक्ष, माध्यमिक शिक्षक संघ
03 :- ज्ञानसागर पाठक, जिलाध्यक्ष, प्राथमिक शिक्षक संघ
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.