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बलरामपुर : मृतक किसानों के खाते में जा रहा 'पीएम किसान सम्मान निधि' का पैसा

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Published : Sep 11, 2020, 10:16 AM IST

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ ऐसे किसानों के खाते में भेजा जा रहा है जो अब इस दुनियां में हैं ही नहीं. जिले में ऐसे 740 मृतक किसानों के खाते में निर्धारित किस्त भेजे जा रहे हैं, वहीं जिले में कई ऐसे पात्र किसान हैं, जिनको केंद्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है. हालांकि विभाग का कहना है कि पैसों की रिकवरी के लिए उनके परिवार के लोगों को नोटिस जारी की जाएगी.

पीएम किसान सम्मान निधि योजना
पीएम किसान सम्मान निधि योजना

बलरामपुर: जिले में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी 'प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना' को लेकर बड़ी लापरवाही सामने आई है. कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किस्त के पैसे को 740 मृतक किसानों के खाते में ट्रांसफर किया जा रहा है. जिसमें अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही के कारण एक दो किसान नहीं बल्कि जिले भर में 740 मृतक किसानों को किसान सम्मान निधि योजना का लाभा दे दिया गया. मामले का खुलासा होने के बाद अब कृषि उपनिदेशक मामले में किसानों की ही गलती बताकर अपना पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं. अब तक कृषि उपनिदेशक प्रभाकर सिंह ने मृतक किसानों के खाते में गए रुपये की रिकवरी के लिए कोई कार्रवाई भी शुरू नहीं की है.

मृतक किसानों को मिली पीएम किसान सम्मान निधि योजना

740 मृत किसानों को किसान सम्मान योजना
जिले में कृषि विभाग के अधिकारी 740 मृतक किसानों को किसान सम्मान निधि दिलाने का कारनामा कर रहे हैं. कृषि विभाग के अधिकारी स्वयं इस बात को स्वीकार करते हैं कि अब तक किसानों को भुगतान की गई किसान सम्मान निधि की पांच किस्त मृत हो चुके किसानों के खाते में भेजी जा चुकी है. मामला खुलने पर अब जिम्मेदार अभियान चलाकर गांव-गांव में ऐसे लोगों की सूची तैयार करने की बात कह रहे हैं. जिसके बाद नोटिस जारी कर मृतकों के परिजनों से यह धनराशि वसूली जाएगी. रिकवरी न होने पर उनके खिलाफ राजस्व प्रक्रिया के तहत वसूली व एफआईआर दर्ज करने की बात कह रहे हैं.
वहीं, दूसरी तरफ जिले के दो लाख किसानों में से सैंकडों की संख्या में कुछ ऐसे किसान हैं, जिन्हें किसान सम्मान निधि से वंचित रखा जा रहा है. इस कारण सैंकड़ों किसान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस महत्वकांक्षी योजना के अंतर्गत धनराशि पाने के लिए भटक रहे हैं. योजना में पंजीकरण व आवेदन संशोधित कराने के लिए विभाग के काउंटर पर किसानों का जमावड़ा लगा रहता है. किसानों ने बताया कि अब तक कोई किस्त नहीं मिली है. किसान सम्मान निधि पाने के लिए कृषि विभाग, बैंक व ब्लाक का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन हम गरीब किसानों की सुनने वाला कोई नहीं है.

किसान सम्मान निधि के पंजीकरण के बाद जनपद में किसानों की मृत्यु हो रही है. ऐसे किसानों का चिन्हीकरण किया जा रहा है. जिनके खाते में पैसा चला गया है. उसकी रिकवरी के लिए उनके परिवार के लोगों को हम नोटिस जारी करेंगे और अगर वह पैसा वापस नहीं करते हैं तो राजस्व वसूली के तहत या एफआइआर तक की कार्रवाई की जाएगी. जिले में अभी तक 740 ऐसे किसान मिले हैं. यह आंकड़ा बढ़ता रहेगा. हम कर्मचारियों के माध्यम से ऐसे किसानों के मृत्यु प्रमाण पत्र इकठ्ठा करवा रहे हैं.

- डॉ प्रभाकर सिंह, कृषि उपनिदेशक

बलरामपुर: जिले में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी 'प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना' को लेकर बड़ी लापरवाही सामने आई है. कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किस्त के पैसे को 740 मृतक किसानों के खाते में ट्रांसफर किया जा रहा है. जिसमें अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही के कारण एक दो किसान नहीं बल्कि जिले भर में 740 मृतक किसानों को किसान सम्मान निधि योजना का लाभा दे दिया गया. मामले का खुलासा होने के बाद अब कृषि उपनिदेशक मामले में किसानों की ही गलती बताकर अपना पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं. अब तक कृषि उपनिदेशक प्रभाकर सिंह ने मृतक किसानों के खाते में गए रुपये की रिकवरी के लिए कोई कार्रवाई भी शुरू नहीं की है.

मृतक किसानों को मिली पीएम किसान सम्मान निधि योजना

740 मृत किसानों को किसान सम्मान योजना
जिले में कृषि विभाग के अधिकारी 740 मृतक किसानों को किसान सम्मान निधि दिलाने का कारनामा कर रहे हैं. कृषि विभाग के अधिकारी स्वयं इस बात को स्वीकार करते हैं कि अब तक किसानों को भुगतान की गई किसान सम्मान निधि की पांच किस्त मृत हो चुके किसानों के खाते में भेजी जा चुकी है. मामला खुलने पर अब जिम्मेदार अभियान चलाकर गांव-गांव में ऐसे लोगों की सूची तैयार करने की बात कह रहे हैं. जिसके बाद नोटिस जारी कर मृतकों के परिजनों से यह धनराशि वसूली जाएगी. रिकवरी न होने पर उनके खिलाफ राजस्व प्रक्रिया के तहत वसूली व एफआईआर दर्ज करने की बात कह रहे हैं.
वहीं, दूसरी तरफ जिले के दो लाख किसानों में से सैंकडों की संख्या में कुछ ऐसे किसान हैं, जिन्हें किसान सम्मान निधि से वंचित रखा जा रहा है. इस कारण सैंकड़ों किसान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस महत्वकांक्षी योजना के अंतर्गत धनराशि पाने के लिए भटक रहे हैं. योजना में पंजीकरण व आवेदन संशोधित कराने के लिए विभाग के काउंटर पर किसानों का जमावड़ा लगा रहता है. किसानों ने बताया कि अब तक कोई किस्त नहीं मिली है. किसान सम्मान निधि पाने के लिए कृषि विभाग, बैंक व ब्लाक का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन हम गरीब किसानों की सुनने वाला कोई नहीं है.

किसान सम्मान निधि के पंजीकरण के बाद जनपद में किसानों की मृत्यु हो रही है. ऐसे किसानों का चिन्हीकरण किया जा रहा है. जिनके खाते में पैसा चला गया है. उसकी रिकवरी के लिए उनके परिवार के लोगों को हम नोटिस जारी करेंगे और अगर वह पैसा वापस नहीं करते हैं तो राजस्व वसूली के तहत या एफआइआर तक की कार्रवाई की जाएगी. जिले में अभी तक 740 ऐसे किसान मिले हैं. यह आंकड़ा बढ़ता रहेगा. हम कर्मचारियों के माध्यम से ऐसे किसानों के मृत्यु प्रमाण पत्र इकठ्ठा करवा रहे हैं.

- डॉ प्रभाकर सिंह, कृषि उपनिदेशक

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