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बलरामपुर: ओवरलोडेड गाड़ुियों के बोझ से खस्ताहाल हुईं सड़कें, मौत के साए में गुजर रहे राहगीर

यूपी के बलरामपुर जिले में ओवरलोडेड गाड़ियों के चलते सड़कें क्षतिग्रस्त हो रही हैं. लोगों को आवागमन में परेशानी और दुर्घटना का शिकार भी होना पड़ रहा है. वहीं परविहन विभाग गन्ने की ओवरलोडिंग गाड़ियों पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रहा है.

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ओवरलोडेड गाड़ुियों के बोझ से खस्ताहाल हुईं सड़कें
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Published : Jan 18, 2020, 1:19 PM IST

बलरामपुर: जिला प्रशासन की लापरवाही और उदासीनता के चलते गन्ने की ओवरलोडेड गाड़ियों की वजह से सड़कों का हाल खस्ता होता जा रहा है. जो राहगीरों के लिए खतरे का सबब बनती जा रही हैं. हाल ही के दिनों में गन्ने से भरी कई गाड़ियां ओवरलोड होने की वजह से पलट चुकी हैं, जिसकी चपेट में आने से कई लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है. गन्ने की ओवरलोड गाड़ियों से हो रही दुर्घटनाओं को लेकर लोगों में रोष है.

ओवरलोडेड गाड़ुियों के बोझ से खस्ताहाल हुईं सड़कें.

स्थानीय लोगों का आरोप है कि परिवहन विभाग चीनी मिल प्रबंधन के दबाव में है. इस वजह से गन्ने के ओवरलोड ट्रकों और अन्य गाड़ियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. इनकी वजह से पिछले एक महीने में ही 1 दर्जन से ज्यादा लोग मौत के घाट उतर चुके हैं, जबकि कई गंभीर और आंशिक तौर पर घायल हो चुके हैं.

इन चीनी मिलों में जाती हैं ओवरलोड गाड़ियां

जिले में कुल तीन चीनी मिलें हैं, जिसमें से बीएमसी की बलरामपुर और तुलसीपुर यूनिट नगर क्षेत्र में ही स्थापित हैं, जबकि बजाज चीनी मिल उतरौला के इटाईमैदा में स्थापित है. इन सभी चीनी मिलों तक गन्ना पहुंचाने के लिए ट्रक और ट्रालियां ओवरलोडिंग और ओवर हाइटिंग करके एसएच (स्टेट हाईवे) और एनएच (नेशनल हाईवे) से गुजरती हैं.

इसके साथ ही ये ट्रक और ट्रालियां नगर क्षेत्र से होकर भी गुजरती हैं. इन पर ओवरलोडिंग और ओवर हाईटिंग इस कदर की जाती हैं कि ये कई बार अनियंत्रित होकर सड़क पर ही पलट जाती हैं, लेकिन इस गंभीर समस्या पर जिलाधिकारी और परिवहन विभाग चुप्पी साधे बैठे हैं.

ओवरलोडिंग पर अंकुश लगाने में नाकाम परिवहन विभाग

परिवहन विभाग ट्रकों और ट्रॉलियों की ओवरलोडिंग पर अंकुश लगाने में नाकामयाब हैं. वहीं ट्रैफिक विभाग इन अनियंत्रित ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और ट्रकों का नगर क्षेत्र में दिन में प्रवेश बंद करने में नाकाम है. इस पर न तो जिले के आला-अधिकारी ध्यान दे रहे हैं और न ही जिम्मेदार, जिसके कारण इन पर अंकुश लगाना बिल्कुल नामुमकिन सा होता जा रहा है.

चेतन चौहान ने दिया कार्रवाई का भरोसा

जिले के प्रभारी मंत्री चेतन चौहान कार्रवाई का भरोसा दे रहे हैं. उनका कहना है कि ट्रैफिक विभाग और चीनी मिलों के जनरल मैनेजर से बातचीत करके इन पर अंकुश लगाया जाएगा. जिलाधिकारी से इस पर कार्रवाई करने के लिए कहा जाएगा.

गन्ने से लदे जो ट्रक के चल रहे हैं, उन्हें ओवरलोडेड तो नहीं कहा जा सकता, लेकिन ये ओवरहाईटेड जरूर हैं. इन पर अंकुश लगाने के लिए हम समय-समय पर कार्रवाई करते हैं. इन पर पूर्णता अंकुश लगाने के लिए बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें सभी चीनी मिलों के जनरल मैनेजर भी शामिल किए जाएंगे. उनसे यह कहा जाएगा कि वह अपने यहां आने वाले ट्रकों और ट्रालियों को बिना ओवरलोडिंग के नगर क्षेत्र में भेजें.

-अरविंद यादव, उप संभागीय परिवहन अधिकारी

बलरामपुर: जिला प्रशासन की लापरवाही और उदासीनता के चलते गन्ने की ओवरलोडेड गाड़ियों की वजह से सड़कों का हाल खस्ता होता जा रहा है. जो राहगीरों के लिए खतरे का सबब बनती जा रही हैं. हाल ही के दिनों में गन्ने से भरी कई गाड़ियां ओवरलोड होने की वजह से पलट चुकी हैं, जिसकी चपेट में आने से कई लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है. गन्ने की ओवरलोड गाड़ियों से हो रही दुर्घटनाओं को लेकर लोगों में रोष है.

ओवरलोडेड गाड़ुियों के बोझ से खस्ताहाल हुईं सड़कें.

स्थानीय लोगों का आरोप है कि परिवहन विभाग चीनी मिल प्रबंधन के दबाव में है. इस वजह से गन्ने के ओवरलोड ट्रकों और अन्य गाड़ियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. इनकी वजह से पिछले एक महीने में ही 1 दर्जन से ज्यादा लोग मौत के घाट उतर चुके हैं, जबकि कई गंभीर और आंशिक तौर पर घायल हो चुके हैं.

इन चीनी मिलों में जाती हैं ओवरलोड गाड़ियां

जिले में कुल तीन चीनी मिलें हैं, जिसमें से बीएमसी की बलरामपुर और तुलसीपुर यूनिट नगर क्षेत्र में ही स्थापित हैं, जबकि बजाज चीनी मिल उतरौला के इटाईमैदा में स्थापित है. इन सभी चीनी मिलों तक गन्ना पहुंचाने के लिए ट्रक और ट्रालियां ओवरलोडिंग और ओवर हाइटिंग करके एसएच (स्टेट हाईवे) और एनएच (नेशनल हाईवे) से गुजरती हैं.

इसके साथ ही ये ट्रक और ट्रालियां नगर क्षेत्र से होकर भी गुजरती हैं. इन पर ओवरलोडिंग और ओवर हाईटिंग इस कदर की जाती हैं कि ये कई बार अनियंत्रित होकर सड़क पर ही पलट जाती हैं, लेकिन इस गंभीर समस्या पर जिलाधिकारी और परिवहन विभाग चुप्पी साधे बैठे हैं.

ओवरलोडिंग पर अंकुश लगाने में नाकाम परिवहन विभाग

परिवहन विभाग ट्रकों और ट्रॉलियों की ओवरलोडिंग पर अंकुश लगाने में नाकामयाब हैं. वहीं ट्रैफिक विभाग इन अनियंत्रित ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और ट्रकों का नगर क्षेत्र में दिन में प्रवेश बंद करने में नाकाम है. इस पर न तो जिले के आला-अधिकारी ध्यान दे रहे हैं और न ही जिम्मेदार, जिसके कारण इन पर अंकुश लगाना बिल्कुल नामुमकिन सा होता जा रहा है.

चेतन चौहान ने दिया कार्रवाई का भरोसा

जिले के प्रभारी मंत्री चेतन चौहान कार्रवाई का भरोसा दे रहे हैं. उनका कहना है कि ट्रैफिक विभाग और चीनी मिलों के जनरल मैनेजर से बातचीत करके इन पर अंकुश लगाया जाएगा. जिलाधिकारी से इस पर कार्रवाई करने के लिए कहा जाएगा.

गन्ने से लदे जो ट्रक के चल रहे हैं, उन्हें ओवरलोडेड तो नहीं कहा जा सकता, लेकिन ये ओवरहाईटेड जरूर हैं. इन पर अंकुश लगाने के लिए हम समय-समय पर कार्रवाई करते हैं. इन पर पूर्णता अंकुश लगाने के लिए बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें सभी चीनी मिलों के जनरल मैनेजर भी शामिल किए जाएंगे. उनसे यह कहा जाएगा कि वह अपने यहां आने वाले ट्रकों और ट्रालियों को बिना ओवरलोडिंग के नगर क्षेत्र में भेजें.

-अरविंद यादव, उप संभागीय परिवहन अधिकारी

Intro:
जिले में स्थापित चीनी मिलों की वजह से एक तरफ जहां लोगों की ज़िंदगी में मिठास भरा जा रहा है। वहीं, इनकी वजह से लोग अपनी जिंदगियां खो रहे हैं। इन्हीं चीनी मिलों की वजह से हर गन्ना सीज़न में सड़कें 'मौत के हाइवे' में तब्दील हो जाती हैं। इसकी वजह से परिवारों में मौत और ग़म का मातम होता है। इनकी वजह बनती हैं ओवरलोड और ओवरहाईटेड ट्रकें और ट्रालियां। इनकी वजह से पिछले एक महीने में ही 1 दर्जन से ज़्यादा लोग मौत के घाट उतर चुके हैं। जबकि कई गंभीर और आंशिक तौर पर घायल हो चुके हैं।Body:बलरामपुर जिले में कुल तीन चीनी मिलें हैं। जिनसे बीएमसी की बलरामपुर और तुलसीपुर यूनिट नगर क्षेत्र में ही स्थापित है। जबकि बजाज चीनी मिल उतरौला के इटाईमैदा में स्थापित है। इन सभी चीनी मिलों तक गन्ना पहुँचाने के लिए ट्रकें और ट्रालियां ओवरलोडिंग और ओवर हाइटिंग करके एसएच (स्टेट हाईवे) और एनएच (नेशनल हाईवे) से गुजरती हैं। इसके साथ ही ये ट्रकें और ट्रालियां नगर क्षेत्र से होकर भी गुजरती हैं। इन पर ओवरलोडिंग और ओवर हाईटिंग इस कदर की जाती है कि ये कई बार अनियंत्रित होकर सड़क पर ही पलट जाती हैं। लेकिन इस पर ना तो जिलाधिकारी की नींद टूट रही है और ना ही परिवहन विभाग की।

परिवहन विभाग ट्रकों और ट्रॉलियों की ओवरलोडिंग पर अंकुश लगाने में नाकामयाब हैं। वहीं जिले का ट्रैफिक विभाग इन अनियंत्रित और 'मौत का सबब' बन चुकी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और ट्रकों का नगर क्षेत्र में दिन में प्रवेश बंद करने में नाकाम है। इस पर बात करते हुए स्थानीय भानु प्रकाश तिवारी कहते हैं कि ओवरलोडिंग के कारण आजकल सड़कें मौत का हाईवे बन चुकी हैं। इन पर ना तो जिले के आला-अधिकारी ध्यान दे रहे हैं और ना ही वह जिम्मेदार। जिसके कारण इन पर अंकुश लगाना बिलकुल नामुमकिन सा होता जा रहा है। वह कहते हैं कि इनके कारण अभी 1 महीने के भीतर ही कई मौतें हो चुकी हैं। अगर ऐसा ही रहा तो एक सीजन में 40 से 50 लोग मर जाए मर जाएंगे। यही हाल कमोबेश हर सीज़न में होता है।Conclusion:जिले के प्रभारी मंत्री चेतन चौहान कार्रवाई का भरोसा दे रहे हैं। वह कहते हैं कि ट्रैफिक और चीनी मिलों के जनरल मैनेजर से बातचीत करके इन पर अंकुश लगाया जाएगा। जिला अधिकारी को भी बुलवा कर इस पर कार्रवाई की जाएगी। वह कहते हैं कि ओवरलोडिंग और ओवरहाइटिंग के कारण खतरे का सबब बन चुके वाहनों के ऊपर पूर्णता रोक लगाने का काम किया जाएगा।
जबकि जिन्हें जमीन काम करना है। वह उदासीन बने बैठे हैं। उपसंभागीय परिवहन अधिकारी अरविंद यादव कहते हैं कि गन्ने से लदी जो ट्रक के चल रही हैं। उन्हें ओवरलोडेड तो नहीं कहा जा सकता लेकिन ये ओवरहाईटेड जरूर हैं। इन पर अंकुश लगाने के लिए हम समय-समय पर कार्रवाई करते हैं। इन पर पूर्णता अंकुश लगाने के लिए जिलाधिकारी के नेतृत्व में एक बैठक बुलाई जाएगी। जिसमें सभी चीनी मिलों के जनरल मैनेजर को भी शामिल किया जाएगा। उनसे यह कहा जाएगा कि वह अपने यहां आने वाले ट्रकों और ट्रालियों को बिना ओवरलोडिंग के नगर क्षेत्र में भेजें।

कुल मिलाकर जिम्मेदार कुछ भी कहे। लेकिन लगातार हो रही मौतें इनकी कार्यशैली पर सवाल खड़े करती है। मंत्री से लेकर अधिकारी तक दावा कर रहे हैं कि सड़कों को ओवरलोडिंग से मुक्त किया जाएगा और मौत का सबब बन चुके गन्ने से ओवरलोड ट्रकों पर रोक लगाई जाएगी। लेकिन पिछले 1 महीने में किसी तरह की कार्रवाई होती जमीन पर नजर नहीं आ रही है।

बाईट क्रमशः :-
01 :- भानु प्रकाश तिवारी, स्थानीय
02 :- चेतन चौहान, काबीना मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार
03 :- अरविंद यादव, उप संभागीय परिवहन अधिकारी, बलरामपुर
पीटीसी :- योगेंद्र त्रिपाठी, 9839325432
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