ETV Bharat / state

बलरामपुर: बिजली कटौती से जनता का हाल बेहाल

जिले में भीषण गर्मी के कारण बिजली की मांग लगातार बढ़ती जा रही है, जबकि बिजली विभाग कटौती पर कटौती कर रहा है. इससे सभी विद्युत उपभोक्ता परेशान हैं.

बिजली कटौती से लोग परेशान हैं.
author img

By

Published : Jun 11, 2019, 9:08 PM IST

बलरामपुर: जिले में पारा लगातार बढ़ता जा रहा है. वहीं गर्मी से सभी विद्युत उपभोक्ताओं का हाल बेहाल है. लगातार पड़ रही गर्मी के कारण बिजली की मांग जहां बढ़ रही है, वहीं विद्युत विभाग लगातार बिजली कटौती कर रहा है.

जानकारी देते अधीक्षण अभियंता.
  • जिले में तकरीबन एक लाख 86 हजार 5 सौ ग्रामीण और शहरी उपभोक्ता हैं.
  • जिनमें से तकरीबन 14 हजार 7 सौ शहरी उपभोक्ता है, जबकि तकरीबन 1 लाख 71 हजार 8 सौ ग्रामीण उपभोक्ताओं की संख्या है.
  • लगातार बढ़ रही गर्मी के कारण विद्युत विभाग बिजली कटौती कर रहा है. इससे परेशान उपभोक्ताओं से गर्मी झेली नहीं जा रही है.
  • किसानों के खेतों में सिंचाई नहीं हो पा रही है तो वहीं व्यापारियों का व्यापार बिजली कटौती से प्रभावित हो रहा है.
  • वहीं अधिकारियों का कहना है कि शासन की मंशा के अनुरूप ही बिजली सप्लाई कर रहे है.
  • जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली कम सप्लाई होने का कारण यह है कि आंधी पानी से तमाम विद्युत के पोल उखड़ गए हैं.

शासन की मंशा के अनुसार ही बिजली की सप्लाई की जा रही है. ग्रामीण इलाकों में 18 घंटे जबकि शहरी इलाकों में कम से कम 22 घंटे रोजाना बिजली सप्लाई हो रही है. ग्रामीण इलाकों में लो वोल्टेज व बिजली कटौती की समस्या को कम करने का प्रयास किया जा रहा है. लेकिन ग्रामीण इलाकों में इस बीच अधिक बिजली कटौती इसलिए हो रही है क्योंकि 4 दिन पहले आए आंधी पानी से तमाम बिजली के पोल गिर गए थे. उन्हें सही करवा कर फिर से सप्लाई चालू करने का काम युद्धस्तर पर चल रहा है.
ललित कुमार, अधीक्षण अभियंता

बलरामपुर: जिले में पारा लगातार बढ़ता जा रहा है. वहीं गर्मी से सभी विद्युत उपभोक्ताओं का हाल बेहाल है. लगातार पड़ रही गर्मी के कारण बिजली की मांग जहां बढ़ रही है, वहीं विद्युत विभाग लगातार बिजली कटौती कर रहा है.

जानकारी देते अधीक्षण अभियंता.
  • जिले में तकरीबन एक लाख 86 हजार 5 सौ ग्रामीण और शहरी उपभोक्ता हैं.
  • जिनमें से तकरीबन 14 हजार 7 सौ शहरी उपभोक्ता है, जबकि तकरीबन 1 लाख 71 हजार 8 सौ ग्रामीण उपभोक्ताओं की संख्या है.
  • लगातार बढ़ रही गर्मी के कारण विद्युत विभाग बिजली कटौती कर रहा है. इससे परेशान उपभोक्ताओं से गर्मी झेली नहीं जा रही है.
  • किसानों के खेतों में सिंचाई नहीं हो पा रही है तो वहीं व्यापारियों का व्यापार बिजली कटौती से प्रभावित हो रहा है.
  • वहीं अधिकारियों का कहना है कि शासन की मंशा के अनुरूप ही बिजली सप्लाई कर रहे है.
  • जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली कम सप्लाई होने का कारण यह है कि आंधी पानी से तमाम विद्युत के पोल उखड़ गए हैं.

शासन की मंशा के अनुसार ही बिजली की सप्लाई की जा रही है. ग्रामीण इलाकों में 18 घंटे जबकि शहरी इलाकों में कम से कम 22 घंटे रोजाना बिजली सप्लाई हो रही है. ग्रामीण इलाकों में लो वोल्टेज व बिजली कटौती की समस्या को कम करने का प्रयास किया जा रहा है. लेकिन ग्रामीण इलाकों में इस बीच अधिक बिजली कटौती इसलिए हो रही है क्योंकि 4 दिन पहले आए आंधी पानी से तमाम बिजली के पोल गिर गए थे. उन्हें सही करवा कर फिर से सप्लाई चालू करने का काम युद्धस्तर पर चल रहा है.
ललित कुमार, अधीक्षण अभियंता

Intro:आसमान से आग बरस रही है। पारा 50 डिग्री से ऊपर क्रॉस हो रहा है। बिजली की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। जबकि बिजली विभाग कटौती पर कटौती कर रहा है। बिजली विभाग की अनदेखी से, क्या शहर, क्या देहात, सभी वर्ग के उपभोक्ता परेशान हैं।


Body:बलरामपुर जिले में पारा लगातार बढ़ता जा रहा है। गर्मी से सभी वर्ग के विद्युत उपभोक्ताओं का हाल बेहाल है। लगातार पड़ रही गर्मी के कारण बिजली की मांग जहां बढ़ रही है। वहीं, विद्युत विभाग लगातार बिजली कटौती कर रहा है।
बलरामपुर जिले में तकरीबन एक लाख छियासी हजार पांच सौ ग्रामीण और शहरी उपभोक्ता हैं। जिनमें से तकरीबन 14,700 शहरी उपभोक्ता है। जबकि तकरीबन 1,71,800 ग्रामीण उपभोक्ताओं की संख्या है। परेशान उपभोक्ता से ना तो गर्मी झेली जा रही है और ना ही बिजली विभाग की यह जाजती। किसानों के खेतों में सिंचाई नहीं हो पा रही है तो वहीं व्यापारियों का व्यापार बिजली कटौती से प्रभावित हो रहा है। वहीं, अधिकारियों से जब इस मामले में बात की जाती है। तो वह कहते हैं कि हम शासन की मंशा के अनुरूप ही बिजली सप्लाई कर रहे हैं। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली कम सप्लाई होने का कारण यह है कि आंधी पानी से तमाम विद्युत के पोल उखड़ गए हैं। जिनको दोबारा खड़ा करने में और लाइन को शुरू करने में समय लग रहा है।
बाईट 01 :- पालनकुईया के सत्य प्रकाश शुक्ला ने हमसे बात करते हुए कहा कि चुनाव से पहले बिजली ठीक-ठाक रहती थी लेकिन जब से चुनाव बीता है। तब से विद्युत कटौती ज्यादा होने लगी है। अब ग्रामीण इलाकों में 8 से 10 घंटे कटौती हो रही है। जबकि लो वोल्टेज की समस्या भी लगातार बरकरार है।
बाईट 02 :- वही ग्राम सभा इब्राहिमपुर फुलवरिया के रहने वाले किसान मनजीत सिंह कहते हैं कि बिजली कटौती से हम सभी परेशान हैं। ग्रामीण इलाकों का हाल शहरी इलाकों से ज्यादा बदहाल है। हमारे यहां लो वोल्टेज की समस्या तो नहीं है। लेकिन रोजाना कम से कम 10 घंटे बिजली गायब रहती है।
बाईट 03:- बलरामपुर जिला मुख्यालय के वीर विनय चौक पर रेडीमेड कपड़ों का दुकान करने वाले शब्बीर अहमद ने हमसे बात करते हुए कहा कि बिजली कटौती के कारण गर्मी से हाल बेहाल लोगों की समस्या दिन हो या रात हो लगातार बनी रहती है बिजली कटौती के कारण दुकानों पर ग्राहक टिकते ही नहीं हैं। बिजली कटौती से हमारा बहुत नुकसान हो रहा है।


Conclusion:बाईट 04 :- बिजली समस्या पर बात करते हुए अधीक्षण अभियंता ललित कुमार ने हमसे बताया कि शासन की मंशा के अनुसार ही बिजली की सप्लाई की जा रही है। ग्रामीण इलाकों में 18 घंटे जबकि शहरी इलाकों में कम से कम 22 घंटे रोजाना बिजली सप्लाई हो रही है।
ग्रामीण इलाकों में लो वोल्टेज व बिजली कटौती की समस्या पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि हम लगातार कोशिश कर रहे हैं कि कम से कम बिजली कटौती की जाए। लेकिन ग्रामीण इलाकों में इस बीच अधिक बिजली कटौती इसलिए हो रही है क्योंकि 4 दिन पहले आए आंधी पानी से तमाम बिजली के पोल गिर गए थे। उन्हें सही करवा कर फिर से सप्लाई चालू करने का काम युद्धस्तर पर चल रहा है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.