बलरामपुर: जिले में सोमवार को एक जोरदार धमाके से हड़कंप मच गया. ब्लास्ट इतना जबरदस्त था कि आवाज से पूरा शहर थर्रा गया, धमाके की गूंज करीब 4 किलोमीटर दूर तक सुनाई दी. जिस मकान में ब्लास्ट हुआ उसके साथ-साथ आसपास के कई मकानों को भी नुकसान हुआ है. हादसे में एक की मौत होने की पुष्टि हुई है, जबकि दो लोग घायल हैं. इस मामले में प्रथम दृष्टया पुलिस ने सिलेंडर ब्लास्ट की बात कही थी, लेकिन मौके पर पहुंचे एसपी देव रंजन वर्मा ने जब बारीकी से जांच की तो बारूद के कारण ब्लास्ट होने की बात कही जा रही है.
- बलरामपुर जिले के मोहल्ला गदुरहवा में जोरदार धमाका.
- इस धमाके में एक की मौत, दो घायल.
बारूद की वजह से हुआ ब्लास्ट
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसा उस समय हुआ, जब मोहम्मद रजा की पत्नी शबनम बेगम खाना बना रही थी. उसी समय सिलेंडर में कुछ लीकेज हुआ और सिलेंडर फट गया. सिलेंडर फटने से उनके पटाखा व्यवसायी भाई अकरम के घर में भंडारित पटाखा भी फट गया. विस्फोट इतना भयंकर था कि लोगों को इसकी गूंज कई किलोमीटर तक सुनाई दी. इस विस्फोट से आस-पास के कई मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मोहम्मद रजा के भाई अकरम एक पटाखा व्यवसायी हैं, जो शादी विवाह में आतिशबाजी करने का काम करते हैं. लोगों का कहना है कि पुलिस सिलेंडर से ब्लास्ट होने की बात कह रही, वह सरासर गलत है. यहां पर बारूद के कारण ब्लास्ट हुआ है.
'यह पुलिस प्रशासन का फेलियर है'
बसपा नेता जेबा रिजवान ने मीडिया से बात करते हुए बलरामपुर पुलिस के अभिसूचना तंत्र पर सवालिया निशान खड़े करते हुए कहा कि अगर यह ब्लास्ट सिलेंडर से हुआ है तो यह एक दुर्घटना है, लेकिन अगर यह ब्लास्ट बारूद से हुआ है तो यह सवाल खड़ा होता है कि कैसे आवासीय इलाके में बारूद का भंडारण किया गया और इसकी सूचना पुलिस को क्यों नहीं हुई. उन्होंने कहा कि बताया जा रहा है कि इसे लाइसेंस बिजलीपुर के लिए मिला था, जबकि यह व्यक्ति इस घर में अपना काम करता था. यह पुलिस की अभिसूचना तंत्र का फेलियर है.
'घटनास्थल पर चल रही जांच'
पुलिस ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में इसे सिलेंडर ब्लास्ट होने की घटना बताई. जब मीडिया में बारूद से ब्लास्ट होने की खबरें चलने लगी तो आनन-फानन में जिले के कप्तान देव रंजन वर्मा मौके पर पहुंचे और उन्होंने जांच की. इसके बाद दिए एक बयान में उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच के बाद पता चला है कि यह ब्लास्ट बारूद के कारण हुआ है. मोहम्मद अकरम के पास बारूद बेंचने का लाइसेंस था, जो शहर से बाहर बिजलीपुर गांव के लिए था. फॉरेंसिक टीम मौके पर है, जांच की जा रही है कि यह ब्लास्ट कैसे हुआ है.