बलरामपुर: कोरोना वायरस से बचाव करने का सबसे प्रमुख चीजों में से एक माना जाने वाला सैनिटाइजर अब बलरामपुर वालों के लिए कम नहीं होगा. बलरामपुर, श्रावस्ती, गोंडा जैसे जिलों में इसकी कमी को दूर करने के लिए बलरामपुर शुगर मिल्स प्राइवेट लिमिटेड ने बड़ी मात्रा में इसका उत्पादन शुरू कर दिया है.
हैंड सैनिटाइजर के लोकल उत्पादन के शुरू होने से न केवल जिले वासियों को राहत मिलेगी, बल्कि इस तरह की कमी से जूझ रहे अस्पतालों को भी इसकी खोज में दौड़ना नहीं पड़ेगा. हैंड सैनिटाइजर के निर्माण में बलरामपुर शुगर मिल 80% एथेनॉल अल्कोहल, 1.45% गिलिसराल, 0.125% हाइड्रोजन पराक्साइड का इस्तेमाल हो रहा है. इसके अतिरिक्त डिस्टल वाटर को मिलाकर शुद्ध हैंड सैनिटाइजर बनाया जा रहा है.
बलरामपुर शुगर चीनी मिल के केमिकल डिवीजन के प्रोडक्शन मैनेजर ओपी यादव ने बताया कि बलरामपुर शुगर मिल बलरामपुर और इसके आसपास के जिलों में हैंड सैनिटाइजर की कमी को पूरा करने के लिए लगा हुआ है. हम लोग लगातार इसका प्रोडक्शन कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि हैंड सैनिटाइजर को 100 रुपए की लागत मूल्य पर सभी अस्पतालों, कार्यालयों व थोक विक्रेताओं को दिया जा रहा है. हमारी कोशिश है कि हम छोटे डिब्बों में भी पैक करके जनता के लिए हैंड सैनिटाइजर को जल्द से जल्द उपलब्ध करवा दें.
वहीं बलरामपुर शुगर मिल्स प्राइवेट लिमिटेड के अधिशासी अधिकारी मधुकर मिश्रा ने बताया कि हैंड सैनिटाइजर की कमी न हो, इसके दृष्टिगत हमें जो लाइसेंस मिला है. उस पर हम तेजी से हैंड सैनिटाइजर का केमिकल डिवीजन में निर्माण कर रहे हैं. हैंड सैनिटाइजर को लागत मूल्य पर तमाम जगहों पर भेजा जा रहा है. हमारी कोशिश है कि हम जल्द से जल्द छोटे डिब्बों में हैंड सैनिटाइजर को पैक करवा कर जनता के लिए भी उपलब्ध करवा सकें. इससे खुद को सैनिटाइज करने में किसी तरह की समस्या किसी को भी न हो. उन्होंने कहा कि सरकार ने सैनिटाइजर का मूल्य 200 एमएल के लिए 100 रुपया तय कर रखा है. लेकिन हम इस महामारी में जनता की सेवा के लिए अपना योगदान समझ कर लागत मूल्य पर दे रहे हैं.
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