बलरामपुर: कोरोना महामारी के कारण लागू देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से तमाम तरह की परेशानियां पैदा हो रही हैं. शनिवार से रमजान का पवित्र माह शुरू होने वाला है. मुस्लिम समुदाय इसकी तैयारी जोर-शोर से कर रहा है.
रमजान में खरीदारी करने के लिए पुरुष और महिलाएं बाजारों में आ रहे हैं, लेकिन दुकानों के खुलने का समय कम होने के कारण न केवल व्यापारियों का व्यापार प्रभावित हो रहा है, बल्कि लोग मन मुताबिक खरीदारी भी नहीं कर पा रहे हैं. कपड़े और मेक ओवर की दुकानें नहीं खुल रही हैं. इसलिए मुस्लिम महिलाएं ईद और रमजान के लिए अपनी खरीदारी नहीं कर पा रही हैं.
जब हमने खरीदारी करने आई एक महिला से बात की तो उसने बताया कि इस बार त्योहार का रंग फीका जरूर रहेगा, क्योंकि लॉकडाउन की वजह से न तो सही से खरीदारी हो पा रही है न ही हम लोग ढंग से इबादत ही कर पा रहे हैं. तमाम तरह की समस्याएं हैं फिर भी हम लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए त्योहार मनाएंगे.
प्रशासन कितनी भी तैयारी क्यों न कर ले, लेकिन इस बार रमजान का रंग फीका ही नजर आएगा. क्योंकि इस बार व्यापारी भी सकते में नजर आ रहे हैं. लॉकडाउन की वजह से न तो सामान ढंग से आ रहा है न ही खरीदार बाजार तक पहुंच रहे हैं.
दुकानदार सुनील कुमार सेठी ने हमें बताया कि सामान मिलने में परेशानी हो रही है, इसलिए हम लोग ग्राहकों को तेजी से सामान नहीं दे पा रहे हैं. वहीं महंगाई के मुद्दे पर बात करते हुए सेठी ने बताया कि सप्लाई चेन प्रभावित होने की वजह से थोड़ी बहुत परेशानी तो बढ़ी है, लेकिन प्रिंट रेट के सामानों को प्रिंट रेट पर ही बेचा जा रहा है.
कुल मिलाकर शनिवार से शुरू होने वाला रमजान मुस्लिमों के लिए पूरे साल का सबसे बड़ा त्योहार होता है, लेकिन इस बार रमजान के दौरान लॉकडाउन होने की वजह से लोग कहीं न कहीं परेशान नजर आ रहे हैं. जिला प्रशासन ढ़ील तो दे रहा है, लेकिन लोग अपनी डर की वजह से भी घरों से बाहर निकलने में गुरेज कर रहे हैं.
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