बलरामपुरः मामला उतरौला कोतवाली क्षेत्र के पुरैना वाजिद भटपुरवा गांव का है. कुछ अराजक तत्वों ने बुधवार की रात धार्मिक स्थल में मांस का टुकड़ा रख दिया और गेट पर किसी जानवर का कटा हुआ पांव टांग दिया. जिसकी सूचना मिलते ही प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए. जिला प्रशासन और विधायक की कड़ी मशक्कत के बाद मामले को शांत कराया गया.
अवैध रूप से चल रहा स्लॉटर हाउस
जिले में अवैध रूप से स्लॉटर हाउस चलने का बड़ा मामला सामने आ रहा है. इस घटना पर जिला प्रशासन और कप्तान ने एक्शन लेते हुए उतरौला कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले महदैय्या चौकी के दोनों दारोगा समेत नौ पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. पुलिस टीम जांच में जुट गई है. मामले को लेकर पुलिस के आला-अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.
घटना से ग्रामीणों में आक्रोश
इस घटना से ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया. भारी संख्या में ग्रामीण मौके पर इकट्ठा होने लगे थे. ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में अवैध रूप से स्लॉटर हाउस चलाया जा रहा था. जिसकी शिकायत कई बार जिला प्रशासन और उतरौला कोतवाली में की जा चुकी है, लेकिन पुलिस-प्रशासन ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जिसके कारण यह घटना हुई.
विधायक ने आरोपियों पर रासुका के तहत कार्रवाई की मांग की
मीडिया से बात करते हुए विधायक पलटू राम ने कहा कि हम जिला प्रशासन से मांग करते हैं कि आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाए और क्षेत्र में चल रहे अवैध स्लाटर हाउसों को तत्काल बंद किया जाए. घटना की सूचना मिलते ही हिंदू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष रंजीत आजाद और बजरंग दल के नेता भी मौके पर पहुंचे.
गांव वालों पर भी हुआ मुकदमा
पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए मामले में दो मुकदमे दर्ज किए हैं. पहला मुकदमा धार्मिक स्थल पर मांस का टुकड़ा टांगने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज किया गया है. दूसरा मुकदमा उन ग्रामीणों पर भी किया गया है, जो पुलिस प्रशासन को प्रतिबंधित मांस का टुकड़ा वहां से हटाने के लिए मना कर रहे थे.
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बकरीद को देखते हुए कुछ दिन पहले ही परमिशन दी गई थी. आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और स्लॉटर हाउसों के परमिशन को तत्काल प्रभाव से कैंसिल किया जाएगा.
-अरुण के गौड़, उप जिलाधिकारी