बलरामपुर: उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल व नेपाल राष्ट्र में हुई भारी बरसात के कारण तकरीबन एक दर्जन से अधिक जिले बाढ़ की तबाही झेल रहे हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद जिलों के दो दिवसीय दौरे पर निकले. शुक्रवार को उन्होंने 3 जिलों का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने बाढ़ पीड़ितों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना और उन्हें उचित मदद का आश्वासन दिया.
बहराइच के महसी क्षेत्र में 250 बाढ़ व कटान पीड़ितों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राशन किट दी और दो लोगों को आवास की चाबी सौंपी. सीएम योगी बहराइच के बाद गोंडा पहुंचे और उमरी बेगमगंज के बरौली गांव पहुंचकर ग्रामीणों से बातचीत की. सीएम योगी ने यहां 50 बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की और बाढ़ पीड़ित लोगों को राहत किट बांटी.
इसके बाद बलरामपुर पहुंचकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उतरौला तहसील क्षेत्र में पालापुर बाढ़ राहत केंद्र पर पीड़ितों से मुलाकात की. उन्होंने यहां पर राहत सामग्री भी वितरित की. मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि देवीपाटन मंडल में सबसे ज्यादा बाढ़ से प्रभावित बलरामपुर जिला हुआ है. बलरामपुर में लगभग 60 गांव राप्ती नदी व उसकी सहायक नदियों व नालों के कारण प्रभावित हैं. यहां लगभग 60 से 65 हजार की आबादी प्रभावित है. उन्होंने युद्ध स्तर पर राहत बचाव कार्य करने का निर्देश जिला प्रशासन को दिया.
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शुक्रवार को मुख्यमंत्री बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करते हुए जनपद के उतरौला तहसील क्षेत्र के पालापुर बाढ़ राहत केंद्र पर पहुंचे. बाढ़ प्रभावितों के समस्याओं से रूबरू होने के बाद उन्होंने राहत सामग्री वितरित की. बाढ़ राहत केंद्र से बाढ़ क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री शक्तिपीठ मंदिर देवीपाटन पहुंचे. यहां शक्तिपीठ पर पूजन चल रहा था, जिस वजह से मुख्यमंत्री मां पाटेश्वरी देवी का दर्शन नहीं कर पाए. रात्रि विश्राम के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अगले दिन मां पाटेश्वरी के दर्शन पूजन कर शनिवार को सिद्धार्थनगर और महराजगंज जिलों में बाढ़ ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के लिए निकलेंगे.