बलिया: पूरा देश रविवार को पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मना रहा है. वहीं जिले में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के वित्तविहीन शिक्षकों ने 6 माह से वेतन न मिलने के कारण जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर प्रदर्शन किया.
वित्तविहीन शिक्षकों ने सरकार से मदद की मांग करते हुए नारेबाजी की. जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय परिसर में धरना दे रहे हैं. वित्तविहीन शिक्षकों ने कहा कि कोरोना काल के दौरान केंद्र और प्रदेश की सरकार हर वर्ग के लोगों की मदद किया है. सरकार की मदद से कई लोगों के घरों में भोजन उपलब्ध हुआ, लेकिन शिक्षकों को कोई सहायता नहीं मिली.
वे लोग सरकार से मांग करते हैं कि वित्तविहीन शिक्षकों को मुख्यमंत्री राहत कोष से आर्थिक मदद दी जाए. वित्तविहीन शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष रविंद्र सिंह ने कहा कि शिक्षक दिवस के अवसर पर उन शिक्षकों ने अपने हक की मांग के लिए धरना दिया है.
जिले में है 6000 वित्तविहीन शिक्षक
जिले में 32 राजकीय इंटर कॉलेज हैं, जबकि 600 से अधिक वित्तविहीन कॉलेज हैं. इनमें करीब 6000 वित्तविहीन शिक्षक कार्यरत हैं. शिक्षकों को कॉलेज से वेतन नहीं मिल रहा है. ऐसे में कोरोना काल मार्च 2020 से अब तक उन लोगों को वेतन नहीं मिल रहा है.
बलिया: शिक्षक दिवस पर सड़कों पर उतरे शिक्षक, 6 माह से नहीं मिला वेतन
उत्तर प्रदेश के बलिया में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के वित्तविहीन शिक्षकों ने 6 माह से वेतन न मिलने के कारण जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर प्रदर्शन किया. उनक कहना है कि सरकार उनकी मदद करे.
बलिया: पूरा देश रविवार को पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मना रहा है. वहीं जिले में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के वित्तविहीन शिक्षकों ने 6 माह से वेतन न मिलने के कारण जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर प्रदर्शन किया.
वित्तविहीन शिक्षकों ने सरकार से मदद की मांग करते हुए नारेबाजी की. जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय परिसर में धरना दे रहे हैं. वित्तविहीन शिक्षकों ने कहा कि कोरोना काल के दौरान केंद्र और प्रदेश की सरकार हर वर्ग के लोगों की मदद किया है. सरकार की मदद से कई लोगों के घरों में भोजन उपलब्ध हुआ, लेकिन शिक्षकों को कोई सहायता नहीं मिली.
वे लोग सरकार से मांग करते हैं कि वित्तविहीन शिक्षकों को मुख्यमंत्री राहत कोष से आर्थिक मदद दी जाए. वित्तविहीन शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष रविंद्र सिंह ने कहा कि शिक्षक दिवस के अवसर पर उन शिक्षकों ने अपने हक की मांग के लिए धरना दिया है.
जिले में है 6000 वित्तविहीन शिक्षक
जिले में 32 राजकीय इंटर कॉलेज हैं, जबकि 600 से अधिक वित्तविहीन कॉलेज हैं. इनमें करीब 6000 वित्तविहीन शिक्षक कार्यरत हैं. शिक्षकों को कॉलेज से वेतन नहीं मिल रहा है. ऐसे में कोरोना काल मार्च 2020 से अब तक उन लोगों को वेतन नहीं मिल रहा है.