बलियाः ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष को सुहागिन महिलाएं वट वृक्ष की पूजा कर अपने पति की लंबी आयु के लिए सावित्री का व्रत रखती हैं. वहीं जिले के बालेश्वर मंदिर में भी सुहागिनों ने बरगद के पेड़ के पास पूजा-अर्चना कर अपनी मनोकामना मांगी.
क्या है पौराणिक मान्यताः
- ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की अमावस्या को वट पूर्णिमा व्रत किया जाता है.
- सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए यह व्रत रखती हैं.
- सावित्री ने अपनी पति की लंबी उम्र के लिए इस व्रत को रखा था.
- मान्यता है कि इस दिन सावित्री अपने पति सत्यवान के प्राण यमराज से वापस लेकर आईं थीं.
- इस दिन बरगद के वृक्ष की विधिवत मंत्रोचार के साथ सुहागन महिलाएं पूजा करती है.
महिलाओं का सबसे महत्वपूर्ण व्रत है जो अपनी पति की लंबी उम्र के लिए रखती हैं.
-अर्चना श्रीवास्तव श्रद्धालुसोमवती व्रत के दिन भगवान विष्णु का वट वृक्ष में साक्षात वास होता है. सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए वट वृक्ष के 8, 28 या 108 फेरे लगाती हैं.
-कन्हैया पांडेय, स्थानीय निवासी